ईवीएम के मुद्दे पर छिड़े विवादों के कारण 23 मई को होने वाली मतगणना के दौरान बवाल की आशंका से पुलिस विभाग खासा सतर्क हो गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। मतगणना के दौरान और उसके बाद आने वाले परिणाम को लेकर टकराव होने की संभावना है।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा द्वारा बुधवार को इस संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा कर निर्देश दिए जायेंगे। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू की ओर से सभी जिलों के प्रशासनिक अमले को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में ईवीएम को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है।
स्ट्रांग रूम के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा है जिसमें केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल, पीएसी व पुलिस के जवान तैनात हैं। स्ट्रांग रूम के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे 24 घंटे की अनवरत रिकार्डिंग कराई जा रही है। इन कैमरों में हर पल की गतिविधि कैद हो रही है।
सुरक्षा प्रबंधों पर डीजीपी मुख्यालय की नजर
डीजीपी मुख्यालय से भी मतगणना के प्रबंधों पर नजर रखी जा रही है। सभी जिलों को आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सुरक्षा प्रबंध करने का निर्देश दिया गया है। पुलिस विभाग की कोशिश है कि मतगणना भी शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो जाए, जिससे शांतिपूर्ण ढंग से मतदान निपटाने के लिए मिली वाहवाही पर बट्टा न लगे। डीजीपी ओपी सिंह ने शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के लिए सोमवार को ही पुलिस एवं सुरक्षा बल के जवानों को शाबाशी दी थी। इस कारण पुलिस विभाग ने अब सुरक्षित मतगणना के प्रबंधों पर अपना सारा जोर लगा दिया है। मतों की गिनती के दौरान या चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद किसी की भी तरह के विवादों को रोकने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। मतगणना भी सकुशल सम्पन्न हो जाने के बाद पुलिस विभाग चुनाव के दौरान अपने सुरक्षा प्रबंधों को एक मॉडल के तौर पर पेश करने की तैयारी में है।
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