लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल यहाँ उत्तर प्रदेश में अपनी चुनावी जनसभा में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को लेकर बी.एस.पी. के ऊपर जो टीका-टिप्पणी की है तो मैं इस सम्बन्ध में उनको यह बताना चाहती हूँ कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर, बीजेपी, कांग्रेस व अन्य विरोधी पार्टियों के लिए भी यह वोट की राजनीति व स्वार्थ आदि हो सकते हैं, किन्तु बी.एस.पी. के लिए वे आत्मा के समान हैं। वे हमारे दिल-दिमाग में रचे-बसे हैं। बी.एस.पी. वैसे भी बीजेपी की तरह राम नाम जपना, जनता को ठगना जैसी यह घिनौनी राजनीति कभी भी नहीं करती है, यह पूरा देश जानता है। मायावती ने आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा है कि बी.एस.पी. एक राजनीतिक पार्टी से पहले यह उनका एक सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति का मूवमेन्ट भी है। इसलिए बी.एस.पी. का जन्म भी बाबा साहेब के जन्मदिन पर उनके अधूरे पड़े उस कारवाँ को मंज़िल तक पहुँचाने के लिए किया गया है जिसे पहले जातिवादी मानसिकता के तहत चलकर यहाँ कांग्रेस पार्टी एण्ड कम्पनी के लोगों ने लगभग 30 वर्षों तक भटकाए रखा था और अब बीजेपी भी इसे भटकाये हुये हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी भी कांग्रेस पार्टी की ही तरह यहाँ नकली अम्बेडकरवादी बनने की कोशिश न करे, ऐसी मेरी इनको सलाह भी है। मायावती ने कहा कि अब तो कांग्रेस पार्टी भी यहाँ सपा व बसपा के बने गठबन्धन के बारे में बीजेपी की ही तरह अनाप-सनाप भाषा बोलने लगी है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि ये दोनों पार्टियाँ अन्दर-अन्दर हमारे गठबन्धन के खिलाफ एक होकर व आपस में मिलकर उत्तर प्रदेश में यह चुनाव लड़ रही हैं। यही कारण है कि अब कांग्रेस पार्टी के लोग यह भी कहते घूम रहे हैं कि चाहे बीजेपी का उम्मीदवार चुनाव जीत जाये लेकिन सपा व बसपा गठबन्धन का उम्मीदवार चुनाव नहीं जीतने चाहिये। मायावती ने कहा कि अपनी इसी जातिवादी व द्वेष की मानसिकता के तहत चलकर ही कांग्रेस ने यहाँ ज्यादातर सीटों पर बीजेपी को फायदा पहुँचाने के लिए ही अपने उम्मीदवार भी खड़े किये हैं। लेकिन इससे यह भी साफ जाहिर हो जाता है कि ये दोनों दल अर्थात् कांग्रेस व बीजेपी यह कतई नहीं चाहते हैं कि देश में जातिवादी, संकीर्ण, साम्प्रदायिक एवं पूँजीवादी व्यवस्था के शिकार लोग केन्द्र व राज्यों की सत्ता में आसीन हो। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी शुरू से ही इन दोनों पार्टियों को एक ही थाली के चट्टे-बट्टे ही मानकर चलती है। मायावती ने कहा कि अब जो लोग इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को वोट देते हैं तो उससे फिर यहाँ प्रदेश में बीजेपी को ही फायदा पहुँचेगा। इसे भी खास ध्यान में रखकर अब यहाँ के लोगों को अपना वोट, कांग्रेस पार्टी को देकर कतई भी खराब नहीं करना है बल्कि एकतरफा अपना वोट यहाँ अपने गठबन्धन के उम्मीदवार को ही देना है और तभी यहाँ बीजेपी को हराया जा सकता है। मायावती ने कहा कि पीएम मोदी पिछले पाँच वर्षों तक पाकिस्तान के खिलाफ खामोश बने रहे और अब चुनाव के समय में सारी बहादुरी दिखाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि अपनी सरकार की घोर कमियों व विफलताओं पर से लोगों का ध्यान बांटा जा सके। पहले बीजेपी की सरकार ने मसूद अजहर को मेहमान बनाकर जेल से ही नहीं बाहर किया बल्कि विदेश लेकर जाकर छोड़ा और अब चुनाव के समय में उसी के नाम पर वोट बटोरने की कोशिश की जा रही है, जो अति-निन्दनीय है।
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Thursday, 2 May 2019
कांग्रेस पार्टी को वोट देकर कतई खराब न करें अपना वोट : मायावती
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