हरपालपुर,हरदोई-हरपालपुर में सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सम्पूर्ण स्वच्छता की पोल खोलती दलित मोहल्ले की नालियाँ पूरी तरह कचरे से अवरुद्ध हो गयी हैं।यहां लम्बे समय से तैनात सफाई कर्मी इस मोहल्ले में नही पहुंच सका। नतीजतन यहां नालियों का पानी सड़कों पर बहकर मोहल्ले में संक्रामक रोगों को दस्तक दे रहा है।हरपालपुर कस्बे में प्रधानमंत्री के सपने को सफाई कर्मचारी साकार नही कर पा रहे है।जबकि प्रधानमंत्री जब देश के प्रधानमंत्री होने के बावजूद खुद अपने आप सफाई को लेकर लोगों को प्रेरित करते हैं फिर भी स्थानीय कस्बे में तैनात सफाई कर्मचारी अपने कार्य को करने में क्यों हिचक महसूस करते हैं।जहां पर दलित लोग अपना बसेरा करते हैं वहां गंदगी का बोलबाला कायम है।स्थानीय कस्बे की दलित बस्ती में गंदगी का बोल बाला है जिससे दलित बस्ती में रहने वाले वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है दलित बस्ती की नालियां थोड़ी ही बरसात में उफान पर आ जाती है जिससे राहगीरों को निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि यहां कभी भी सफाई कर्मचारी नालियों की सफाई करने के लिए नहीं आते हैं। इन नालियों की सफाई अपने ही हाथों से करनी पड़ती है।इस पर कई बार ग्रामीणों ने शिकायत भी की, लेकिन किसी भी जिम्मेदार अफसर ने कोई भी कार्यवाही करना मुनासिब नहीं समझा। गंदगी से तरह-तरह की जीव-जंतुओं बीमारियों का बोल वाला दलित बस्ती पर अपना कब्जा जमाए बैठे हैं। लेकिन यहां के सफाई कर्मचारी नालियों की सफाई करने की जुर्रत नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें तो सरकार से हर महा मोटी रकम घर बैठे ही मिल जाती है।सूत्रों के मुताबिक,उन्हें काम करने की क्या जरूरत है क्योंकि सफाई कर्मचारी स्थानीय कस्बे में बने ब्लॉक मुख्यालय पर बाबू गिरी का कार्य संभाल रहे हैं तो वहां बाबू गिरी करने के कार्य से ही फुर्सत नहीं मिलती तो वहां कितने टाइम नालियों की सफाई का कार्य कर सकें।
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Sunday, 19 May 2019
सफाई के अभाव में दलित आबादी की नालियां बजबजाई,संक्रामक रोगों की आशंका
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