अमेठी। लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस के गढ़ अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी की राहुल गांधी पर शानदार जीत का जश्न अभी जोरों पर है कि शनिवार की देर रात स्मृति ईरानी के करीबी नेता की हत्या कर दी गई। घायल पूर्व प्रधान को पहले तो इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। उन्होंने अमेठी से लखनऊ जाने के दौरान रास्ते में ही दम तोड़ दिया। लखनऊ में सुरेंद्र सिंह के शव का पोस्टमार्टम हुआ। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भाजपा के नेताओं का जमावड़ा लगा है। इस हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। गौरतलब है कि इससे पहले गाजीपुर में भी चुनाव परिणामों के बाद समाजवादी पार्टी से जुड़े एक जिला पंचायत सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
घर से बुलाकर बदमाशों ने गोली मारी
जानकारी के अनुसार, अमेठी में गौरीगंज के जामो थाना क्षेत्र के बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली बरसाकर हत्या कर दी। अज्ञात हमलावरों ने इस घटना को शनिवार रात में उस वक्त अंजाम दिया, जब सुरेंद्र सिंह घर के बाहर सो रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार देर रात दो बाइक सवार चार हमलावर आये और पूर्व प्रधान को घर से बुलाया। जैसे ही वह बाहर आये बदमाशों में उनके सर से सटा कर गोली मार दी। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। ग्रामीण उन्हें जायस पीएचसी ले गए जहाँ से उन्हें रायबरेली जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां से उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। लखनऊ ले जाते समय रास्ते मे उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस हमलावरों की तलाश में जुट गई है।
स्मृति ईरानी के चुनाव में बेहद सक्रिय थे सुरेंद्र
सुरेंद्र सिंह की हत्या को स्मृति ईरानी के चुनाव में बेहद सक्रियता से जोड़ कर भी देखा जा रहा है। सुरेंद्र सिंह ने शुक्रवार को स्मृति ईरानी की जीत पर बरौलिया में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था। बीते लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र सिंह ने स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार में बड़ा रोल निभाया था। सुरेंद्र सिंह का प्रभाव कई गांव में है जिसका फायदा स्मृति ईरानी को चुनाव प्रचार में मिला। अमेठी में बरौलिया के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या से जिले में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने बार्डर सील कर तलाशी तथा छापामारी का अभियान तेज कर दिया है। स्मृति ईरानी की जीत की खुशी पर मातम छा गया है। गांव में भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सुरेंद्र सिंह ने बरौलिया गांव को विकसित करने के लिए गोद लिया था। हाल ही प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी ने इसी गांव में जूते बांटे थे।
स्मृति इरानी के बेहद खास थे सुरेंद्र
सुरेंद्र सिंह अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकस्त देने वाली भाजपा नेता स्मृति इरानी के बेहद खास थे। वह अपने गांव बरौलिया के प्रधान रह चुके थे और क्षेत्र में उनका प्रभाव भी था। बरौलिया गांव को विकसित करने की खातिर स्वर्गीय मनोहर पार्रिकर ने गोद लिया था। सुरेंद्र सिंह अमेठी से हाल में लोकसभा चुनाव जीत कर आईं स्मृति ईरानी के काफी करीबी थे। सुरेंद्र सिंह भाजपा और स्मृति ईरानी के प्रचार में सक्रियता से लगे थे। उन्होंने अमेठी में राहुल गांधी के सक्रिय न रहने को लेकर टिप्पणी भी की थी। उन्होंने कहा था कि कोई भी ऐसे व्यक्ति को वोट क्यों करेगा जो अपने क्षेत्र में ही नहीं आता है। राहुल बरौलिया गांव में ही तीन वर्ष पहले आए थे और चुनाव में भी वह यहां नहीं आए।
कई थानों की फोर्स गांव में तैनात
गांव में शांति व्यवस्था के मद्देनजर कई थानों की फोर्स तैनात की गई है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि हमलावर की तलाश की जा रही है। कुछ लोगो को उठाया गया है। लगता है कि किसी पुरानी रंजिश में हत्या की गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामला दर्ज कर इसकी पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने इसे लेकर कई लोगों से पूछताछ की है। साथ ही हत्या की वजह पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है। शुरुआती तौर पर इसे चुनावी रंजिश से जुड़ा मामला ही माना जा रहा है
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