अतिक्रमण से ढके,फुटपाथ रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे अतिक्रमणकारियों का कब्जा
फुटपाथ बेचने में माहिर दुकानदार
कमाई में मशगूल ट्रैफिक पुलिस के लोग
वसूली से फुर्सत नही जाम खुलवाये कौन ?
हरदोई 16 मई- शहर में भीषण जाम ने बेहतर यातायात के हवाई दावों की पोल खोल दी है। एक ओर नगर पालिका शहर को अतिक्रमण मुक्त रखने का दावा करती है तो पुलिस हर चौराहे पर मुस्तैद होने की बात करती है, किन्तु बीते एक सप्ताह से ये सब दावे खोखले साबित हो रहे हैं। अतिक्रमणकारियों ने फुटपाथ ही नही सड़क तक कब्जा जमा लिया है, यही नहीं, दुकानदारों ने दुकान लगाने के लिए फुटपाथ को बेचकर ऊपरी आमदनी कर रहे हैं ।ऊपर से ई-रिक्शा के अप्रशिक्षित चालक अन्य राहगीरों के लिए गंभीर समस्या बन गए हैं। खासकर दोपहर 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक शहर के सभी चौराहे जाम से कराहने लगते है। एम्बुलेंस तक को रास्ता नही मिल पाता है। हालांकि शहर में अतिक्रमण हटाने के लिए नगर पालिका और पुलिस प्रशासन के अपने-अपने दावे हैं, किन्तु हकीकत ये है कि दुकानदारों से अतिक्रमण करने की कीमत वसूली जाती है।कई दुकानदारों ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि वह नगर पालिका के बाबू को हफ्ता देते हैं, जिससे उनकी दुकान अतिक्रमण में बचा दी जाती है, और अगर कोई विशेष अभियान होता है तो एक दो दिन तक दुकान सीमित रखने की सूचना मिल जाती है। मतलब साफ है कि शहर में रिश्वत लेकर अतिक्रमण की अनुमति गैरक़ानूनी तरीके से दे दी जाती है, नतीजन वाहन आसानी से सड़क से पास नही हो पाते और जाम लग जाता है। स्कूली बच्चे व मरीजों के लिए ये जाम बहुत घातक है। इन दिनों तो बाइक चालक भी जाम के लिए जिम्मेदारों को कोस रहे हैं।
No comments:
Post a Comment