नई दिल्ली: नमो टीवी को अब आप टेलीविजन स्क्रीन पर नहीं देख पाएंगे। अब इस चैनल का प्रसारण रोक दिया गया है। इसके बारे में कहा गया कि 17 मई को चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद इसका प्रसारण नहीं किया जाएगा। इस संबंध में बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब इस चैनल की प्रासंगिकता नहीं हैं।
आम चुनाव 2019 में चुनाव प्रचार के दौरान नमो टीवी के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ थाष विपक्षी दलों ने इसे लेकर चुनाव आयोग से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक दस्तक दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में बॉल चुनाव आयोग के पाले में डाल दी। चुनाव आयोग ने कहा कि पीएम मोदी के लाइव कार्यक्रम के अलावा चुनाव संबंधित दूसरे प्रोग्राम नहीं दिखाए जाएंगे।
बायोपिक मामले के आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि, ‘‘पहले से प्रमाणित किसी भी प्रचार सामग्री से जुड़े पोस्टर या प्रचार का कोई भी माध्यम, जो किसी उम्मीदवार के बारे में चुनावी आयामों का प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से चित्रण करता हो, चुनाव आचार संहिता के दौरान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।’’
दरअसल नमो टीवी को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद आयोग ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से पूरा जवाब मांगा था। कांग्रेस ने आयोग से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की थी। वही आम आदमी पार्टी ने आयोग से अपने शिकायती पत्र में कहा था कि क्या आचार संहिता लागू होने के बाद किसी राजनीतिक दल को अपना चैनल शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है
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