नई दिल्ली। जापान के उत्तर पश्चिमी हिस्से में मंगलवार को 6.7 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप के बाद अधिकारियों ने सुनामी की चेतावनी जारी की लेकिन ढाई घंटे के बाद उसे वापस ले लिया गया। भूकंप के कारण हजारों घरों में बिजली चली गई और बुलेट ट्रेन की सेवाएं रोक दी गई। हालांकि भूकंप से लोगों के गंभीर रूप से घायल होने या क्षति की कोई खबर नहीं है।
जापान की मौसम एजेंसी ने बताया कि भूकंप यामगता से लगभग 50 किलोमीटर दूर सकाता शहर के दक्षिण पश्चिम में आया। एजेंसी ने यामगता के तट पर एक मीटर तक ऊंची लहरें उठने की आशंका जाहिर की। भूकंप में घायलों और नुकसान का आकलन करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में एक आपात प्रतिक्रिया टीम का गठन किया गया है।
जापान मौसम एजेंसी (जेएमए) ने बताया कि भूकंप के झटके स्थानीय समयानुसर रात 10 बजकर 22 मिनट पर महसूस किये गये। भूकंप का केन्द्र 38.6 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 139.5 डिग्री पूर्वी देशांतर में जमीन से 10 किलोमीटर की गहरायी में स्थित था।
पूर्वी जापान रेलवे ने बताया कि भूकंप के कारण टोक्यो को ओरोमी और निगता इलाकों को जोड़ने वाली शिंकानेसन बुलेट ट्रेन की सेवा आशिंक रुप से बंद कर दी गयी। तोहोकु इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने कहा,“भूकंप के कारण उत्तरी जापान के बड़े इलाकों में बिजली चली गयी।” उसने कहा कि करीब नौ हजार घरों में अंधेरा छा गया।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव वाई सुगा ने बताया कि प्रधानमंत्री शिंजो आबे अपने कायार्लय पहुंचे और अधिकारियों को हर संभव बचाव एवं राहत कार्य चलाने का निदेर्श दिया। भूकंप से फिलहाल किसी के हताहत होने और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में किसी प्रकार के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है।
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