आज के बदले सियासी माहौल में भले ही सरकार बनाने के लिए 45 या 50 प्लस के दावे चुनावी हवा में गूंज रहे हैं। लेकिन प्रदेश की सियासत ने वो दौर भी देखा है जब 8 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को अचानक सत्ता में बैठने का मौका मिल गया था। इसे सियासत का खेल ही कहेंगे कि 1977 के चुनाव में कांग्रेस पूरी 68 सीटों पर चुनाव भी नहीं लड़ पाई थी, लेकिन कुछ साल बाद ही माहौल ऐसा बना कि 8 विधायकों वाली इस पार्टी को जनता पार्टी की सरकार के विधायकों और निर्दलीयों का ऐसा साथ मिला कि विपक्ष में बैठे ठाकुर रामलाल अचानक ही मुख्यमंत्री बन गए।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें आगे पढ़ें
Post Top Ad
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment