नई दिल्ली। भारत से अफगानिस्तान गेहूं का शिपमेंट भेजा गया है। खास बात यह है कि पहली बार ईरान के चाबहार पोर्ट के जरिए अफगानिस्तान भेजा है।
इसे ऐतिहासिक बताया गया है क्योंकि यह अफगानिस्तान से शानदार कनेक्टिविटी के लिए चाबहार बंदरगाह के ऑपरेशनल होने का रास्ता साफ करेगा।
अफगानिस्तान से लैंड रूट के जरिए कारोबार में पाकिस्तान बाधा बना हुआ है। इसके जवाब में ईरान के चाबहार पोर्ट को भारत विकसित कर रहा है, जिसके अगले साल दिसंबर तक ऑपरेशनल होने का अनुमान है। चाबहार पोर्ट के जरिए भारत से सामान समुद्री रूट से अफगानिस्तान भेजा जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की पिछले साल मई की ईरान की यात्रा के दौरान चाबहार पोर्ट के साथ अफगानिस्तान के जरिए ट्रांसपॉर्ट और ट्रेड कॉरिडोर के लिए त्रिपक्षीय समझौता हुआ था। इससे सेंट्रल एशिया और यूरोप के लिए भारत से शिपमेंट भेजने का खर्च और समय आधा रह जाने का अनुमान है।
मोदी की ईरान यात्रा के बाद यह पहला शिपमेंट है, जो कि चाबहार बंदरगाह के माध्यम से अफगानिस्तान जा रहा है। रविवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहाउद्दीन रब्बानी और ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिपमेंट भेजने की शुरुआत की। अगले कुछ महीनों में 6 और गेहूं के शिपमेंट अफगानिस्तान को भेजे जाएंगे। यह अफगानिस्तान के लोगों के लिए भारत की ओर से 11 लाख टन गेहूं की सप्लाई के कमिटमेंट का हिस्सा है।
चाबहार पोर्ट को चीन की ओर से पाकिस्तान में विकसित किए जा रहे ग्वादर पोर्ट का जवाब भी माना जा रहा है। चाबहार पोर्ट के लिए ईरान से 2003 में बात शुरू हुई थी लेकिन इसका काम टलता गया। इन दिनों अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के कारण एक बार फिर चाबहार पोर्ट के भविष्य पर सवाल उठ रहे थे। हाल में भारत की यात्रा पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने साफ कर दिया कि ईरान के साथ वैध कारोबार पर हमें कोई ऐतराज नहीं है।
-एजेंसी
The post पहली बार ईरान के चाबहार पोर्ट से भारत ने अफगानिस्तान को भेजा गेहूं का शिपमेंट appeared first on Legend News: Hindi News, News in Hindi , Hindi News Website,हिन्दी समाचार , Politics News - Bollywood News, Cover Story hindi headlines,entertainment news.
No comments:
Post a Comment