
ग्लोबल वॉर्मिंग का हिमालय पर वितरीप प्रभाव पड़ रहा है। पिछले 20 से 25 साल में हिमालय में ज्यादा तापमान और नमी रिकॉर्ड की गई। औसत तापमान में 0.65 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई। इससे ग्लेशियरों के पिघलने का खतरा बढ़ गया है। इसके चलते उत्तर पश्चिम हिमालय में बड़े पैमाने पर एवलॉन्च की घटनाएं हो सकती हैं। यह बात जलवायु पर रिसर्च करने डीआरडीओ की चंडीगढ़ लैबोरेटरी के वैज्ञानिकों की रिसर्च में सामने आई है।
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