नई दिल्ली। कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने नरेश अग्रवाल पर तंज कसा। कहा कि मुझे भरोसा है कि वे जिस पार्टी में गए हैं वो उनकी काबिलियत और भाषा का फायदा उठाएगी। राज्यसभा से 40 सांसद का कार्यकाल मार्च-अप्रैल में खत्म हो रहा है। बुधवार को इन्हें विदाई दी गई इनमें सपा सांसद नरेश अग्रवाल और पीजी कुरियन समेत कई सदस्य शामिल हैं। आजाद जब यह कह रहे थे नरेश मुस्करा रहे थे। रामगोपाल यादव ने भी कहा कि विदा ले रहे सदस्य जिस राजनीतिक दल में रहें निष्ठा से रहें। समाजवादी पार्टी से नाराज होकर उन्होंने पिछले दिनों बीजेपी का दामन थाम लिया था। क्योंकि पार्टी ने उनकी जगह जया बच्चन को टिकट दिया था।
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आजाद ने कहा- नरेश वो सूरज हैं जो इधर डूबे और उधर ऊगे
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा मैं रिटायर साथियों का आभारी हूं। नए साथियों का स्वागत करता हूं। खास तौर पर नरेश अग्रवाल जी का धन्यवाद देना चाहता हूं वह वो सूरज हैं जो इधर डूबे और उधर ऊगे। मैं चाहता हूं कि वो आगे सदन को अपने भाषणों से अवगत कराते रहेंगे। मैं बीजेपी के सभी सांसदों का भी स्वागत करता हूं। सदन उन्हें मिस भी करेगा क्योंकि वह एक ऐसे सांसद रहे जो दिन में करीब 6 बार बोलते थे।
आज कई सांसद रिटायर हो रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि यह विदाई है जुदाई नहीं। संसद के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों के मेंबर मिलते हैं। यहां पूर्व सांसद भी मिल जाते हैं।
कांग्रेस चैयरमेन के खिलाफ नहीं है। हम सदन के साथियों के व्यवहार से नाराज हैं जो हमें बैंक में लूटमार किसानों और गरीबों के मुद्दे नहीं उठाने दे रहा है। हम इसके लिए लड़ रहे हैं।
रामगोपाल यादव ने भी तंज कसा
एसपी सदस्य रामगोपाल यादव ने भी नरेश अग्रवाल का नाम लिए बिना कहा कि विदा ले रहे सदस्य जिस राजनीतिक दल में रहें निष्ठा से रहें। ऐसा करने पर पार्टी उन्हें इस सदन या उस सदन में लेकर आएगी और वह समाजसेवा का काम कर सकेंगे।
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पीएमओ आपके लिए खुला है आएं और सलाह दें: मोदी
नरेंद्र मोदी ने भी विदाई स्पीच दी। उन्होंने कहा कि हर सांसद सोचता है कि मैं अपने कार्यकाल में कोई खास मुद्दा उठाकर जाऊं जो हमेशा याद रखा जाए। लेकिन इस सत्र में यह मौका हाथ से छूट गया। कल तक तो ऐसा भी लग रहा था कि आज बोलने का मौका मिलेगा या नहीं। तीन तलाक जैसे मुद्दे पर बहस में शामिल होने से आप लोग वंचित रह गए। मैं चाहता हूं कि आप ऐसा न सोचें कि इस सदन से जाने के बाद आपके लिए दरवाजे बंद हो गए। जब भी मौका मिले मेरे पास आएं मैं आपके विचारों को समझूंगा।
सदन में सभी सांसदों ने क्या कहा इसका लेखा-जोखा रहता है। हमारे सचिन तेंडुलकर और दिलीप जी का साथ आगे हमे नहीं मिलेगा। सदन में कई दलों के सांसद हैं। यह जरूरी नहीं कि जो ग्रीन हाउस में होता है वो रेड हाउस में भी हो।
14 दिन से चल नहीं रही है संसद
बजट सत्र के दूसरे हिस्से का बुधवार को 17वां दिन रहा। इससे पहले टीडीपी टीआरएस और एआईएमडीके के सांसद लगातार लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा कर रहे हैं। इससे सदन की कार्यवाही नहीं चल पा रही है।
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