देवरिया। समाजवादी पार्टी का पिछड़ा वर्ग सम्मेलन जनपद कुशीनगर में आयोजित किया गया। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पिछडावर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा देश के प्रधानमंत्री को अपने चार वर्ष के विकासकार्यों पर चुनाव जीतने का भरोसा नहीं है इसलिए भाजपा फिर से हिन्दू मुस्लिम के एजेन्डा पर उतर आयी है।पिछडे वर्ग के लोगों को समझना होगा कि भाजपा हमें हिन्दु बनाकर वोट लेती है और जब अधिकार और सम्मान देना होता है तो हमें पिछडा बनाकर तिरसकृत कर देती है।लोकसभा के चुनाव के पहले देश के प्रधानमंत्री जी संवैधानिक अधिकार वाला पिछडावर्ग आयोग का विधेयक संसद से पास कराया और ऐसा प्रदर्शित कर रहे हैं जैसे पिछडो के लिये पहली बार पिछडावर्ग आयोग बनाया हो।केन्द्रीय पिछडावर्ग आयोग तो पहले से काम कर रहा था बस उसे केवल संवैधानिक दर्जा देने की मांग की गयी थी।और यह काम केवल संवैधानिक अधिकार देने का विधेयक संसद में पास कराकर उसे अधिकार दे दिया जाता जबकि उत्तर प्रदेश के पिछडा वर्ग आयोग को पहले से ही यह संवैधानिक अधिकार प्राप्त है।प्रधानमन्त्री ने पहले आयोग को भंग किया और पुन:अपने अनुसार नया संवैधानिक पिछडावर्ग आयोग बनाकर ऐसा प्रदर्शित कर रहे है जैसे पिछडो के लिये पहली बार पिछडावर्ग आयोग बनाया हो।सरकार ने पिछडे वर्गों के आरक्षण के रोस्टर में फेरबदल करके ऐसे नियम बनाये हैं कि अब दलित और पिछडेवर्ग के लिये आरक्षित पद ही नहीं सृजित हो पायेगे तो पिछडे वर्ग को नौकरी कहां से मिलेगी। भाजपा की केन्द्र सरकार ने देश के सभी राज्यों के विश्वविद्यालयों और उच्चशिक्षण संस्थानों में आरएसएस विचारधारा के कुलपति और अधिकारी नियुक्त कर रहे है।इस प्रकार देश की शिक्षा व्यवस्था में संघ की विचारधारा को जबरदस्ती थोपने का प्रयास हो रहा है।ऐसीविचारधारा जो पिछडो और दलितो को उच्चशिक्षा और उच्चअधिकारों से वंचित करने वाली हो।न्यायालयों से ऐसे आदेश कराये जा रहे है जो पिछडो के आरक्षण को मात्र 27% तक सीमित कर दिया है जिससे पिछडे वर्ग के बडी संख्या में प्रतिभावान छात्र चयन से बाहर हो गये है। विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानो में यूजीसी के नये आरक्षण के रोस्टर के अनुसार अब पिछडे या दलित वर्ग के नौजवान को अब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनना असम्भव हो गया है।जब तक देश की सुप्रीम कोर्ट में पिछडे वर्ग के जजों का प्रतिनिधित्व नहीं होगा तब तक पिछडे वर्गों के पक्ष में सही निर्णय नहीं हो सकता।इसलिए हमारी मांग है कि न्यायपालिका में पिछडे वर्गों का आरक्षण लागू किया जाना चाहिये।सपा पिछडोऔर अतिपिछडों के आरक्षण के विभाजन के विरूद्ध नहीं है बल्कि सपा अतिपिछडो को उनकी जनसंख्या के अनुसार उन्हें पूरा आरक्षण अधिकार देना चाहती है ताकि किसी को आपस में विवाद न हो।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीयअध्यक्ष श्रीअखिलेश यादव जी चाहते है कि केन्द्र सरकार सभी पिछडी जातियों की जातिवार जनगणना कराये और जनसंख्या के अनुसार सभी पिछडी जातियों को उनका आरक्षण और अधिकार दे दे।लेकिन भाजपा सरकार पिछडे वर्गों को जनसंख्या के अनुसार उन्हें पूरा आरक्षण देना नहीं चाहती बल्कि पिछडे वर्गों के पहले से दिये गये आरक्षण को बंटवारा करके उनके आरक्षण के प्रतिशत को आधा करना चाहती है।श्रीविश्वकर्मा ने कहा हम सभी पिछडी जातियो को एकजुट होकर अपने आरक्षण और अधिकार की लडाई स्वयं लडनी होगी वरना भाजपा हमारे अस्तित्व को समाप्त कर देगी।पिछडा वर्ग सम्मेलन को पिछडावर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेशअध्यक्ष श्री दयाराम प्रजापति श्री रामदुलार राजभर श्री पीएन चौहान श्री जगदीश कुशवाहा श्री राजनरायन विन्द श्री अवधनाथ पाल श्री लालता प्रसाद निषाद राम लोटन निषाद पूर्व सांसद श्री बालेश्वर यादव पूर्वमन्त्री श्री राधेश्याम सिंह पूर्वविधायक श्री विश्वनाथ सिंह श्री पूर्णमासी देहाती श्री शम्भू चौधरी नथुनी कुशवाहा जिलाध्यक्ष श्री इलियासअन्सारी श्री विनय पटेल रामबदन विश्वकर्मा सहित कई नेताओं ने सम्बोधित किया।
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Friday, 31 August 2018
भाजपा फिर से हिन्दू मुस्लिम के एजेन्डा पर उतर आयी है : राम आसरे
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