लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तेज रफ्तार वाहन सड़कों पर काल बनकर दौड़ रहे हैं। तेज रफ्तार के कहर से रोजाना कई लोगों के घरों के चिराग बुझ रहे हैं। लगातार हो रही मौतों के बाद भी जिम्मेदार रफ्तार पर ब्रेक लगाने में गुरेज कर रहे हैं। वहीं यातायात पुलिस का अभियान भी फर्राटा भरकर दौड़ रहे वाहनों के लिए फेल साबित हो रहा है। मामला हरदोई जिला का है। यहां तेज रफ्तार ने एक सिपाही सहित तीन लोगों को मौत की नींद सुला दिया। वहीं एक अज्ञात शव तालाब में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने तीनों घटनाओं में चार लोगों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। वहीं मृतकों के घरों में कोहराम मचा हुआ है।
पहली घटना हरदोई जिला के पिहानी थाना क्षेत्र के जहानीखेड़ा पुलिस चौकी क्षेत्र की है। यहां शाहजहांपुर-सीतापुर राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर पशु तस्कर क्रूरता से पशुओं को तस्करी के लिए ट्रक में भरकर ले जा रहे थे। इसकी भनक लगने पर सिपाही विपिन बैसला और चौकीदार सुमेर ने उनका पीछा किया। पकड़े जाने के भय से ट्रक चालक ने बाइक सवार सिपाही और चौकीदार को कुचल दिया। इससे चौकीदार की मौके पर ही मौत हो गई।जबकि सिपाही ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दूसरी घटना हरदोई के कासिमपुर थाना क्षेत्र उन्नाव-हरदोई बार्डर पर मलैया गांव के पास की है। यहां प्राइवेट बस की टक्कर से स्कूटी सवार बृद्ध की मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं तीसरी घटना टड़ियावां थाना क्षेत्र की है। यहां एक अज्ञात युवक का शव बोझवा के तालाब के ड्रेन में मिलने से हड़कंप मच गया। शव कई दिन पुराना बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने हत्या करके शव फेंके जाने की आशंका जताई है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बाहर निकलवाया तो मृतक के दाहिने हाथ पर राममूर्ति लिखा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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