नई दिल्ली। दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के विभिन्न इलाकों में शनिवार सुबह छह बजे से झमाझम बारिश हो रही है। इससे सड़कों पर पानी जमा होने लगा है, आशंका जताई जा रही है कि बारिश ज्यादा देर तक चली तो जलभराव से जगह-जगह जमा भी लग सकता है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के साथ एनसीआर के इलाकों नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के कुछ इलाकों में सुबह 6 बजे से ही तेज बारिश हो रही है। वहीं, दिल्ली से सटे गुड़गांव और फरीदाबाद, बल्लभगढ़, सोनीपत में घने बादल छाए हुए हैं, जिससे यहां भी बारिश होने के आसार हैं।उधर, दो दिनों से बारिश कम होने से गर्मी और उमस ने फिर से परेशान करना शुरू कर दिया था, लेकिन शनिवार को हो रही बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है। रविवार को तापमान में फिर से गिरावट आएगी और औसत अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। बूंदाबादी की भी संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार चार से आठ सितंबर के बीच दिल्ली में 7 से 13 सेंटीमीटर बारिश होने की संभावना है।इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 61 से 85 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में अगस्त में भी सामान्य से 17 फीसद कम बारिश हुई है। इसकी वजह पूरी दिल्ली के बजाय कुछ हिस्सों में बारिश का होना है।
मौसम विभाग के मानसून पूर्व किए गए पूर्वानुमान से परे दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में इस बार 23 फीसद तक कम बारिश हुई है। विभाग को अब इन राज्यों में अधिक बारिश होने की ज्यादा उम्मीद भी नहीं लग रही है, क्योंकि मौसम विज्ञानियों का मानना है कि अगले दो हफ्ते के भीतर मानसून इन राज्यों से विदाई ले लेगा।उत्तर पश्चिमी भारत के सभी हिस्सों में इस बार मानसून की बारिश कम हुई है। एक जून से 31 अगस्त तक के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पूर्वी उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में नौ, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में चार, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में 23, पंजाब में 14 जबकि पश्चिमी राजस्थान में मानसून की 17 फीसद तक कम बारिश हुई है।मौसम विभाग का कहना है कि उक्त सभी राज्य कम मानसूनी बारिश वाले जोन में आते रहे हैं। इसके पीछे एक वजह तो यह है कि यहां तक आते-आते मानसून टर्फ के साथ हवा भी थोड़ी कमजोर पड़ जाती है। इन राज्यों में बढ़ रही निर्माण गतिविधियां, घटती हरियाली और किसी प्रमुख नदी-नहर का नहीं होना भी इसकी वजह है।दिल्ली में अगस्त में भी सामान्य से 17 फीसद कम बारिश हुई है। इसकी वजह पूरी दिल्ली के बजाय कुछ हिस्सों में बारिश का होना है। अगस्त में अभी तक 206.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जबकि इस माह सामान्य बारिश 247.7 मिलीमीटर है।
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