लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि जनता की समस्याओं के निदान पर सोचने के बजाय भाजपा नेतृत्व बस मुद्दों को भटकाने की ही कवायद करता रहता है। मेरठ में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सिर्फ विपक्ष को कोसने और सामाजिक नफरत की राजनीति को धार देने की ही कोशिश की गई। गरीबों, पीड़ितों, वंचितों तथा समाज के कमजोर वर्गों के लिए उसमें कोई संदेश नहीं।
अखिलेश ने आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा कि दरअसल, भाजपा का गरीबों, किसानों और कमजोर वर्ग के लोगों के साथ कभी कोई रिश्ता नहीं रहा है। लोक लुभावन घोषणाओं के साथ हिटलर के प्रचार मंत्री गोएबल्स की राह पर चलते हुए एक झूठ को सौ बार दुहराने की कला में पारंगत भाजपा नेतृत्व अब चाहे जितने जतन कर ले, यूपी में रैली, मंथन और विश्राम की परम्परा अपना ले, सन् 2019 के चुनावों में जनता किसी भी तरह उनको समर्थन देने से रही। भाजपा की नियति अब फिर सन् 2004 की होगी जब साइनिंग इण्डिया को जनता ने नकार दिया था। अब अच्छे दिनों का धोखा भी सबके सामने होगा।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा के हो-हल्ला से गरीब की आवाज दबाई नहीं जा सकती है। राजनीति में लोकतंत्र को मैनेज करने में भाजपा को अब सफलता नहीं मिलने वाली है। समाजवादी नौजवान साइकिल लेकर भाजपा की पोल खोलने निकल पड़ा है। अब समाज का कोई भी वर्ग भाजपा के गेमप्लान में फंसने वाला नहीं है। भाजपा का स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों से कोई सम्बंध नहीं रहा है इसलिए लोकतंत्र का भी सौदा करने का सपना देखने वाले भाजपा नेतृत्व को समझ लेना चाहिए कि जनता अब जाग चुकी है। वह समाजवादी सरकार के पांच सालों के विकास को भूली नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों, गरीबों, और नौजवानों का गठबंधन भाजपा की केन्द्र सरकार के लिए उल्टी गिनती का खतरे का लाल संकेत है।
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Sunday, 12 August 2018
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में समाज के कमजोर वर्गों के लिए कोई संदेश नहीं : अखिलेश
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