लखनऊ: उत्तर प्रदेश से एक बार फिर भारी संख्या में बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. बीते कई दिनों से बहराइच के जिला अस्पताल में काफी ज्यादा संख्या में बच्चों ने दम तोड़ दिया है.
न्यूज़ एजेंसी की खब़र के मुताबिक पिछले 45 दिनों में बहराइच के जिला अस्पताल में 71 बच्चों की मौत हो चुकी है. अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डीके सिंह ने कहा, ‘विभिन्न बीमारियों की वजह से बच्चों की मौत हुई है. हमारे पास 200 बिस्तर हैं लेकिन अभी 450 मरीज भर्ती हैं. हम लोगों की जिंदगी बचाने के लिए हर संभव मदद कर रहे हैं.’
सिंह ने बताया कि नजदीकी गांव के लोग यहां इलाज के लिए अपने बच्चों को भर्ती कराते हैं. लेकिन सीमित संसाधनों की वजह से अस्पताल प्रशासन को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बता दें कि बीते जुलाई महीने में रिपोर्ट आई थी कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज में छह महीनों में 1,049 बच्चों की मौत हो गई है. इनमें इंसेफलाइटिस से ग्रस्त 73 बच्चे भी शामिल हैं. इस अवधि में सबसे अधिक एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट) में 681 बच्चों की मौत हुई. ये बच्चे संक्रमण, सांस संबंधी दिक्कतों, कम वजन आदि बीमारियों से पीड़ित थे. इस वर्ष इंसेफलाइटिस से बच्चों की मौत बढ़ गई है.
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट आई है जिसके अनुसार भारत में औसतन हर दो मिनट में तीन नवजातों की मौत हो जाती है. इसका कारण पानी, स्वच्छता, उचित पोषाहार या बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में साल 2017 में 8,02,000 शिशुओं की मौत हुई थी. हालांकि यह आंकड़ा पिछले पांच वर्ष में सबसे कम है. लेकिन दुनियाभर में यह आंकड़ा अब भी सर्वाधिक है.
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