नई दिल्ली। हरियाणा के रेवाड़ी में सीबीएसई की टॉपर रह चुकी छात्रा को अगवाकर गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़ित लड़की को 26 जनवरी 2016 को राष्ट्रपति ने सम्मानित भी किया था। बताया जा रहा है कि लगभग एक दर्जन मनचलों ने लड़की के साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया है। इस मामले में पुलिस लापरवाही भी साफ नजर आ रही है। पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के बजाए पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोचिंग जा रही लड़की को गांव के ही तीन लड़के पंकज, मनीष और नीशू ने अगवाकर महेन्द्रगढ़ जिले की सीमा से दूर झज्जर जिले की सीमा के खेतों में बने एक कुएं पर ले गए। यहां पहले से कुछ और लोग मौजूद थे, नशे की हालत में सभी ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। शाम करीब 4 बजे कनीना बस अड्डे पर ही बेसुध हालत में फेंककर वहां से भाग गये। आरोपी युवकों में से एक युवक ने छात्रा के घर पर फ़ोन कर यह जानकारी भी दी कि उनकी लड़की यहां बेसुध पड़ी हुई हैं परिजन वहां पहंचे तो उनकी आंखें खुली की खुली रह गई।
लड़की के परिवार वालों ने घटना की शिकायत रेवाड़ी पुलिस से की तो आरोपियों की गिरफ्तारी की बजाय पुलिस ने उन्हें सीमा विवाद में फंसाकर महेंद्रगढ़ के कनीना थाने में केस दर्ज कराने को कहा। रेवाड़ी महिला पुलिस ने जीरो FRI दर्ज़ कर उसे कनीना(महेंद्रगढ़)थाने भेज दिया। कनीना थाने से भी पीड़ित परिजनों को यह कहकर वापस लौटा दिया की यह मामला उनकी सीमा क्षेत्र से बाहर हुआ है। परिवार वालों की शिकायत के बावजूद अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
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