सहारनपुर। दो साल पुराने एक मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर चार पत्रकारों को जेल भेजा गया है। कोतवाली सदर बाजार पुलिल चारों पत्रकारों को मंगलवार को उनके घर से गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
मामला दो साल पुराना है और नगर निगम से जुड़ा है। बताया जाता है कि करीब दो साल पहले नगर निगम के एक लिपिक राजकुमार वर्मा ने शराब के नशे में धुत्त होकर कुछ उच्च प्रशासनिक अधिकारियों को गाली दी थी। जिसकी इन पत्रकारों ने अपने मोबाइल में रिकार्डिंग कर ली थी और इस रिकार्डिंग के जरिए चारों पत्रकारों ने नगर निगम के लिपिक को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि मामला संज्ञान में आने पर उस तत्कालीन नगर आयुक्त ने आरोपी लिपिक राजकुमार वर्मा को बर्खास्त कर दिया था। लेकिन आरोप है कि इसके बावजूद चारों पत्रकार चिरंजी लाल पंत, सुरेंद्र चंदनानी, बिलाल अहमद तथा एक अन्य आरोपित बाबू को ब्लैकमेल करते रहे।
इन चारों पत्रकारों ने इस बाबू से काफी रकम भी ऐंठ ली थी। लेकिन रकम लेने के बावजूद बाबू की शिकायत डीजीपी से कर दी थी। जिसके बाद लिपिक राजकुमार वर्मा हाईकोर्ट चला गया और उससे लगातार की जा रही रुपयों की मांग संबंधित याचिका हाईकोर्ट में दायर की। हाईकोर्ट के आदेश पर यहां थाना सदर बाजार में चारों पत्रकारों के खिलाफ रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया गया।
हाईकोर्ट के आदेश पर ही थाना सदर बाजार पुलिस मामले की विवेचना कर रही थी। विवेचना में लिपिक से रंगदारी मांगना पाए जाने पर आज पुलिस ने चारों पत्रकारों को जेल भेज दिया है।
एसएसपी उपेंद्र कुमार ने बताया कि तीन चार पत्रकारों को जेल भेजा गयाा है। वीडियो आदि बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला है। एसपी सिटी प्रबल प्रताप मामले को देख रहे हैं। आपको बता दें कि चिरंजी लाल पंत एक वयोवृ़द्ध पत्रकार हैं और एक साप्ताहिक समाचार पत्र निकालते हैं, जबकि सुरेंद्र चंदनानी और बिलाल हरिद्वार से प्रकाशित एक समाचार पत्र के प्रतिनिधि रहे हैं। जबकि चौथे पत्रकार की बाबत जानकारी नहीं मिल सकी है।
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Tuesday 25 September 2018
हाईकोर्ट के आदेश पर चार पत्रकारों को जेल
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