कानपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया। वीरवार को उत्तर प्रदेश एटीएस (एंटी टेररिजम स्क्वॉड) ने उक्त आतंकवादी को कानपुर से पकड़ा। इस मामले में उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने बताया कि ये आतंकवादी गणेश चतुर्थी के अवसर पर हमला करने के फिराक में था। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान आतंकवादी ने बताया कि वह अप्रैल 2017 में कश्मीर गया था और वहां से आतक की ट्रेनिंग लेकर आया था। पुलिस प्रमुख ने बताया कि आतंकवादी भारतीय नागरिक है और बेहद पेशेवर किस्म का है। हिज्ब-उल-मुजाहिदीन से जुड़ा आतंकी बेहद खतरनाक बताया जा रहा है।
पुलिस के द्वारा प्राप्त खबर में बताया गया है कि यूपी एटीएस की टीम ने कानपुर से कमरुजमा को गिरफ्तार किया है। कमरुजमा को कानपुर के चकेरी से पकड़ा गया। इस आतंकवादी के बारे में बताया जा रहा है कि यह बेहद पेशेवर किस्म का आतंवादी है और कई मामलों में माहिर है। पूछताछ के दौरान इसने बताया कि वे कश्मीर से आतंकवाद का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उसके पास से क्या-क्या मिला है इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है। पुलिस पूछताछ कर रही है। फिलहाल इतनी जानकारी मिली है कि उसे हिन्दू उत्सवों में आतंकवादी हमले के लिए भेजा गया था।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आतंक का दूसरा नाम हिजबुल मुजाहिद्दीन को हिज्ब-उल-मुजाहिद्दीन या एचएम के नाम से भी जाना जाता है, जिसका गठन 1990 के आसपास हुआ था। इसका गठन मास्टर एहसान डार ने किया था। हिजबुल मुजाहिद्दीन जम्मू-कश्मीर के सबसे बड़े और पुराने आतंकी संगठनों में से एक है। इसका मुखिया सैयद सलाहुद्दीन के नाम से जाना जाता है। इस आतंकी संगठन का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में भय का वातावरण बनाकर कश्मीर को भारत से अलग करके पाकिस्तान में उसका विलय करना है। कश्मीर में आतंकियों और अलगाववादियों को हुई विदेशी फंडिंग की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दूसरे बेटे सैयद शकील अहमद को श्रीनगर के रामबाग इलाके में उसके घर से गिरफ्तार किया था।
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