लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा के सŸा में आने के बाद से ही हिंसा और दुराचार की घटनाएं बेतहाशा घटित हो रही हैं। उत्पीड़न और मानसिक तनाव से ग्रस्त अधिकारी और अधीनस्थकर्मी अपनी जान दे रहे है। महिलाएं बच्चियां असुरक्षित हैं। नौजवान बदहाल और कुंठित है। किसान आत्महत्या को मजबूर है। सड़क पर चलते आदमी को हर समय अपनी जान का खतरा बना रहता है। पूरा उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार की नीतियों के कारण दहशत और अवसाद में है। अराजकता और जंगलराज से हर कोई सहमा-सहमा है।
अखिलेश ने आईपीएन से बातचीत में कहा कि विगत 05 महीनों में कई पुलिस अधिकारियों और अधीनस्थ ने फांसी लगाकर अपनी जिंदगी समाप्त कर ली। जाहिर है, तनाव में उन्होंने जो कदम उठाया उसका जवाब भाजपा सरकार को देना चाहिए ? लोग भूले नहीं होंगे कि इधर जबसे मुख्यमंत्री ने ‘ठोंक‘ देने का निर्देश दिया है फर्जी एनकाउंटरों की बाढ़ आ गई है। राजधानी में लोग खौफ से सहमें हुए हैं। 28 सितम्बर 2018 की रात एप्पल कम्पनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की निर्मम ढंग से हत्या कर दी गई। इस जघन्य कांड की सभी ने निंदा की है। लखनऊ के ठाकुरगंज में दो सगे भाइयों की हत्या, विदेशी टूरिस्टों की बस पर हमला कर लूटपाट, शहीद पथ पर लूट और अपहरण की ये वारदातें तो 03 अक्टूबर की ही हैं। 04 अक्टूबर को गोमतीनगर की एक नवयुवती का अपहरण कर उसे जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म किया गया। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब लूट, हत्या, दुष्कर्म की घटनाएं न होती हों। जब राजधानी में कानून व्यवस्था की इतनी बदहाली है तो अन्य जनपदों में स्थिति क्या होगी, इसकी कल्पना करने से ही डर लगता है? उत्तर प्रदेश के लिए भाजपा सरकार अभिशाप बन गई है।
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Friday, 5 October 2018
उ.प्र. की अराजकता और जंगलराज से हर कोई सहमा : अखिलेश
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