नई दिल्ली । नमक मनुष्य के लिए जितनी जरूरी है। उतना ही वो घातक भी है। नमक जीतना स्वाद के लिए जरूरी है उतना ही सेहत के लिए भी जरूरी है। लेकिन ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन सेहत पर उल्टा असर कर सकता है और शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि नमक कितनी मात्रा में लेना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक वयस्क को एक दिन में 5 ग्राम यानी लगभग एक चम्मच से ज्यादा नमक का नहीं खाना चाहिए।
ज्यादा नमक के सेवन से कई तरह की बीमारियां पैदा हो सकती है। ज्यादा नमक का सेवन करने से ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है, इससे आपकी हड्डियों पर भी असर पड़ता है। क्योंकि शरीर में नमक की मात्रा ज्यादा होने से आपके खून का क्षेत्रफल बढ़ सकता है और इससे धमनियों और दिल को ज्यादा ब्लड पंप करना पड़ता है।
ज्यादा नमक खाने से हड्डियों से कैल्शियम की मात्रा कम होने लगती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और अल्सर जैसे रोगों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है। जानकारों के मुताबिक नमक के अधिक सेवन से मस्तिष्क पर भी असर पड़ता है और इससे डीमेंशिया हो सकता है।
ज्यादा नमक खाने से लेने से रक्तचाप पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। समय के साथ यह कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का भी कारण बन सकता है। खाने में नमक को सीमित करने से हृदयरोग में 25 फीसदी तक की कमी आ सकती है और दिल की जटिलताओं से मरने का खतरा 20 फीसदी तक कम हो सकता है।
ज्यादा नमक के सेवन से गुर्दे को नुकसान पहुंचता है। इससे रक्तचाप बढ़ाता है और हाइपरटेंशन की बीमारी हो जाती है। इससे धमनियां कठोर हो जाती है। रक्त और ऑक्सीजन के प्रवाह में कमी आती है। साथ ही इससे चेहरे में ऑक्सीजन के प्रवाह में कमी आती है और त्वचा सूखने के अलावा तेजी से झुर्रियां भी पड़ सकती हैं। इससे व्यक्ति की उम्र बढ़ी हुई दिखती है।
इसके साथ ही नमक के अत्याधिक सेवन से स्वास्थ्य पर और भी कई नेगेटिव प्रभाव पड़ते हैं।
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