जालंधर। नन यौन उत्पीडऩ मामले में बिशप फैंको मुलक्कल के खिलाफ पुलिस शिकायत करने वाले जालंधर डायसिस के फादर कुरियाकोस काटुठारा की आज संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी है। वे आज दसूहा स्थित सेंट मैरी चर्च के एक कमरे में मृत पाए गए। मृतक के भाई जोश कुरियाकोस ने इसे कत्ल बताया है। जोश के अनुसार उनके भाई को नन उत्पीडऩ मामले में लगातार धमकियां मिल रही थी। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले दिया है। पोस्टपार्टम रिपोर्ट के उपरांत ही असल स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
केरल के चर्चित नन रेप केस में आज एक नया मोड़ आ गया। इस केस के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थिति में मृत्यु हो गयी है। मिली जानकारी के अनुसार नन रेप के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ बयान देने वाले आफादर कुरियाकोस की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। कुरियाकोस की लाश सोमवार सुबह 10 बजे उनके कमरे में मिली।
इस मामले में फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ प्रदर्शन को लीड करने वाली सिस्टर अनुपमा ने कहा कि उन्हें शक है कि कुरियाकोस की मौत प्राकृतिक मौत नहीं है। नन रेप केस में उन्होंने पीडि़ता के पक्ष में बयान दिया था। सिस्टर अनुपमान ने मांग की है कि इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
गौर करने वाली बात यह है कि केरल हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद आरोपी फ्रैंको मुलक्कल 17 अक्टूबर को ही जालंधर पहुंच थे। उसके जालंधर पहुंचने के 5 दिन के अंदर ही फादर कुरियाकोस की मौत हो गई है। इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से बच रही है।
जालंधर डायसिस के पूर्व बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर एक नन ने 2014 से 2016 के बीच रेप और अप्राकृतिक सेक्स करने का आरोप लगाया था। जून में कोट्टयाम पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में नन ने आरोप लगाया था कि बिशप ने मई 2014 में कुराविलंगाड गेस्ट हाउस में उनका रेप किया और बाद में भी यौन शोषण करते रहे। इस मामले में नन ने पोप को भी पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी।
मामला बढ़ता देख मुलक्कल ने भी पोप को पत्र लिखकर कुछ वक्त के लिए अपनी जिम्मेदारी से मुक्त होने की अनुमति मांगी थी। इसके बाद उसने पद छोड़ दिया था। इस मामले में केरल पुलिस ने मुलक्कल को 19 सितंबर को पेश होने का समन भेजा था। तीन दिन की पूछताछ के बाद केरल पुलिस ने मुलक्कल को 21 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था। करीब 21 दिन के बाद केरल हाईकोर्ट ने 15 अक्टूबर उन्हें जमानत दे दी। बताया जा रहा है कि वे इन दिनों जालंधर में ही हैं।
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