भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच पांच करोड़ से अधिक मतदाता कल सुबह आठ बजे से पांच बजे के बीच अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांताराव ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि निर्वाचन आयोग राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए प्रतिबद्ध है। बुधवार को होने वाले मतदान के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी की जा चुकी हैं। मतदान केंद्रों तक मतदान दलों को पहुंचाने का काम भी लगभग पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के पांच करोड़, चार लाख 33 हजार 079 मतदाता इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिए अपना मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। ये मतदाता चुनाव मैदान में मौजूद 2899 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदाताओं में दो करोड़ 63 लाख 01 हजार 300 पुरूष और दो करोड़ 41 लाख 30 हजार 390 महिलाएं शामिल हैं। सर्विस वोटर की संख्या 62 हजार 172 है और एक हजार से अधिक मतदाता थर्ड जेंडर के हैं।
श्री कांताराव ने बताया कि राज्य के सभी 65 हजार 341 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए प्रशासन की ओर से आवश्यक व्यवस्थाएं की गयी हैं। उन्होंने कहा कि आयोग ने संवेदनशील माने जाने वाले 06 हजार 500 मतदान केन्द्रों की बेवकास्टिंग की व्यवस्था की है। इसके अलावा 6700 सीसीटीवी लगाये गये हैं। वहीं, चार हजार 600 केन्द्रों की वीडियोग्राफी करायी जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य के 11 हजार 900 मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गयी है। इसके अलावा एक लाख 80 हजार पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए हैं। पूरी चुनावी प्रक्रिया में करीब 41 हजार वाहनों का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें 9500 बस, 8500 मिनी बस, 20000 हजार जीप और तीन हजार अन्य वाहन शामिल हैं।
श्री कांताराव ने कहा कि मतदान के दौरान 78 हजार 870 बैलेट यूनिट, 65 हजार 367 सेन्ट्रल यूनिट और 65 हजार 367 वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा। सभी मशीनों के दस हजार से अधिक यूनिट्स को रिजर्व रखा गया है। इन मशीनों में तकनीकी खराबी होने पर 30 मिनट में बदल दिया जायेगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इस चुनाव में कुल 2899 प्रत्याशी मैदान में है। इनमें 2644 पुरुष और 250 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा थर्ड जेंडर के पांच उम्मीदवार भी है। इसमें 1794 सामान्य, 591 अनुसूचित जाति और 514 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं। उन्होंने बताया कि राज्य की छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक सात महिला प्रत्याशी, जबकि मेहगांव में सर्वाधिक 33 पुरुष प्रत्याशी हैं।
श्री कांताराव ने बताया कि राज्य की 45 विधानसभा सीटों पर दो बैलेट यूनिट के जरिए मतदान की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा अटेर और मेहगांव में तीन यूनिट लगायी जाएंगी। निर्वाचन आयोग ने बुजुर्ग, दिव्यांग, गर्भवती और धात्री महिलाओं को विशेष सुविधायें मुहैया करायी हैं, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। उन्होंने कहा कि दिव्यांग और गर्भवती महिलाओं के लिए क्यू लेस व्यवस्था की गयी है और उन्हें कतार में नहीं लगना होगा। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केन्द्रों पर वीवीपैट की व्यवस्था की गयी है, जिसके जरिए मतदाता अपने वोट का सत्यापन कर सकता है। उन्होंने राज्य के हर मतदाता से स्वतंत्र एवं निडर होकर मतदान करने की अपील की है। वहीं नक्सल प्रभावित बालाघाट के तीन इलाकों में मतदान सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक चलेगा। सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के कई दिग्गजों समेत समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के भी नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सामना इस बार बुधनी सीट पर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव से हाे रहा है। इसके अलावा होशंगाबाद सीट पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा के सामने भाजपा से कांग्रेस में गए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह मैदान में हैं। जनसंपर्क मंत्री डॉ नराेत्तम मिश्रा (दतिया), वित्त मंत्री जयंत मलैया (दमोह), पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव (रहली), गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह (खुरई), महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस (बुरहानपुर), पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी (भोजपुर), विधानसभा मेें नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (कांग्रेस, चुरहट), पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा (भाजपा, भितरवार) और पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह (कांग्रेस, लहार) के भी भाग्य का फैसला कल ईवीएम में बंद हो जाएगा। राज्य सरकार के लगभग एक दर्जन मंत्री और कई पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी है।
सत्तारूढ़ भाजपा ने जहां राज्य की सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, वहीं कांग्रेस 229 सीट पर चुनाव लड़ रही है। उसने गठबंधन के तहत एक सीट जतारा, लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है। भाजपा और कांग्रेस के बाद बसपा ने सर्वाधिक 227 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी (आप) ने 208, सपाक्स पार्टी ने 110, शिवसेना ने 81, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 73 और समाजवादी पार्टी ने 52 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। एक हजार 94 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में डटे हैं। मतगणना 11 दिसंबर को होगी और उसी दिन नयी सरकार को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी।
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