10दिन डी एम रिपोर्ट देने के दिये निर्देश
गाजियाबाद। योगी सरकार में घोटालों की बौछार नजर आ रही है ।जहां एक ओर सरकार शुद्ध पेयजल आम जनमानस को उपलब्ध कराने हेतु करोड़ों रुपया पानी की तरह बहा रही है।तो वहीं जिम्मेदारों की, खाऊ कमाऊ नीति के चलते हैंडपंप रिबोर में घोटाले की शिकायत होने पर जिला अधिकारी ने जांच बैठा दी है।20 अधिकारियों की टीम गठित करते हुए 10 दिन के अंदर 100 से अधिक गांवों की जांच रिपोर्ट देने का फरमान जारी कर दिया है।आपको बताते चलें इस वर्ष जनपद में 433 हैंडपंप रिबोर हुए हैं।रिबोर किए गए कई हैंडपंप से ठूठ नजर आ रहे है।लागतात मिल रही शिकायतों से खफा जिला अधिकारी ने जांच बैठा दी है। इसके लिए 20 अधिकारियों की टीम 10 दिन में जांच कर रिपोर्ट देगी।पंचायती राज विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर पेयजल व्यवस्था के लिए बजट खर्च कर हैंडपंप रिबोर कराए गए थे। दरसल इस वर्ष 433 हैंडपंप रिबोर हुए, लेकिन इनमें से कई एक माह के अंदर ही खराब हो गए और इनसे पानी आना बंद हो गया।कई जगहों पर हैंडपंप रिबोर न होने से लेकर इसमें कई अनियमितता पाई गई थीं,जिसके कारण इस बार जांच बैठा दी गई है। 20 अफसरों की टीम इसकी जांच करेगी, जिसमें सभी विभागों के अफसर शामिल हैं। टीम 100 से अधिक गांवों में जाकर जांच करेगी। जिला प्रोबेशन अधिकारी डासना देहात, सादतनगर इकला, नाहल, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नंगला फिरोज मोहनपुर, भोवापुर, मथुरापुर, जिला समाज कल्याण अधिकारी मसौता, पूठी, रघुनाथपुर, सहायक आयुक्त स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन अधिकारी जलालपुर, कनौजा, बंजारपुर, जिला आपूर्ति अधिकारी जलालपुर, ढिंडार, शहाजदापुर, असालतनगर शोभापुर, जिला खनन अधिकारी कदीम, डबाना, फिरोजपुर, कैथवाड़ी गांव में जाकर जांच करेंगे। इसके अलावा अतिबल सिंह सहायक अभियंता, राजीव अग्रवाल सहायक अभियंता, अमित कुमार अपर जिला सहकारी अधिकारी, संजीव दुआ अवर अभियंता, कांतीप्रसाद, अशोक आर्या, करनवीर सिंह अवर अभियंता, जिला कृषि रक्षा अधिकारी,उपनिदेशक कृषि और जिला कृषि अधिकारी भी जांच करेंगे।
No comments:
Post a Comment