Diwali Poems In Hindi | Diwali Par Kavita | दिवाली पर कविताएं
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आओ मिलकर दीप जलाएं
आओ मिलकर दीप जलाएं
अँधेरा धरा से दूर भगाएं
रह न जाय अँधेरा कहीं घर का कोई सूना कोना
सदा ऐसा कोई दीप जलाते रहना
हर घर -आँगन में रंगोली सजाएं
आओ मिलकर दीप जलाएं
हर दिन जीते अपनों के लिए
कभी दूसरों के लिए भी जी कर देखें
हर दिन अपने लिए रोशनी तलाशें
एक दिन दीप सा रोशन होकर देखें
दीप सा हरदम उजियारा फैलाएं
आओ मिलकर दीप जलाएं.
भेदभाव, ऊँच -नीच की दीवार ढहाकर
आपस में सब मिलजुल पग बढायें
पर सेवा का संकल्प लेकर मन में
जहाँ से नफरत की दीवार ढहायें
सर्वहित संकल्प का थाल सजाएँ
आओ मिलकर दीप जलाएं
अँधेरा धरा से दूर भगाएं.
कविता रावत
Diwali Poems In Hindi
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दीपों का त्योहार दीवाली।
खुशियों का त्योहार दीवाली॥
वनवास पूरा कर आये श्रीराम।
अयोध्या के मन भाये श्रीराम।।
घर-घर सजे , सजे हैं आँगन।
जलते पटाखे, फ़ुलझड़ियाँ बम।।
लक्ष्मी गणेश का पूजन करें लोग।
लड्डुओं का लगता है भोग॥
पहनें नये कपड़े, खिलाते है मिठाई ।
देखो देखो दीपावली आई॥
Diwali Ke Upay | दिवाली के अचूक उपाय
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गणपति गणना कर रहे, सरस्वती के साथ |
लक्ष्मी साधक सब दिखें, सबको धन की आस ||
ज्ञान उपासक कम मिले, खोया बुद्धि विवेक |
सरस्वती को पूजते, मानव कुछ ही एक||
लक्ष्मी वैभव दे रहीं, वाहक बने उलूक |
दोनों हाथ बटोरते, नहीं रहे सब चूक ||
अविनाशी सम्पति मिले, हंसवाहिनी संग |
आसानी से जो मिले, छेड़े आगे जंग ||
लक्ष्मी हंसा पर चलें, ऐसा हो संयोग |
सुखमय भारत देश हो, आये ऐसा योग ||
जन जन में सहयोग हो, देश प्रेम का भाव |
हे गणेश कर दो कृपा, पार करो अब नाव ||
हम सबकी ये प्रार्थना, उपजे ज्ञान प्रकाश |
दीपों के त्यौहार में, हो सबमें उल्लास ||
अम्बरीष श्रीवास्तव
Diwali Message In Hindi | Happy Diwali SMS In Hindi
Diwali Poems In Hindi
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मंगलमय हो आपको दीपों का त्यौहार,
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार,
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार,
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार।।
मुझको जो भी मिलना हो, वह तुमको ही मिले दोलत,
तमन्ना मेरे दिल की है, सदा मिलती रहे शोहरत,
सदा मिलती रहे शोहरत, रोशन नाम तेरा हो
कामो का ना तो शाया हो निशा में न अँधेरा हो।।
दिवाली आज आयी है, जलाओ प्रेम के दीपक
जलाओ प्रेम के दीपक, अँधेरा दूर करना है
दिलों में जो अँधेरा है, उसे हम दूर कर देंगे
मिटा कर के अंधेरों को, दिलो में प्रेम भर देंगे।।
मनाएं हम तरीकें से तो रोशन ये चमन होगा,
सारी दुनियां से प्यारा और न्यारा ये वतन होगा,
धरा अपनी, गगन अपना, जो बासी वो भी अपने हैं
हकीकत में वे बदलेंगे, दिलों में जो भी सपने हैं।।
Diwali Poems In Hindi
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आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे,
मिलजुल यह त्यौहार मनायेंगे..।
चोदह साल काटा वनवास,
राम जी आये भक्तों के पास,
खुशियों के दीप जलायेंगे,
आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे।
दिल से सारे वैर भूला कर,
इक-दूजे को गले लगाकर,
सब शिकवे दूर भगायेंगे,
आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे।
चल रहे है बम्ब-पटाखे,
शोर मचाते धूम-धड़ाके,
संग सब के ख़ुशी मनायेंगे.
आई दिवाली ख़ुशी मनायेंगे।
छोड़-छाड़ कर दवेष-भाव को,
मीत प्रीत की रीत निभाओ,
दिवाली के शुभ अवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ।
क्या है तेरा क्या है मेरा,
जीवन चार दिन का फेरा,
दूर कर सको तो कर डालो,
मन का गहन अँधेरा,
निंदा नफरत बुरी आदतों,
से छुटकारा पाओ।
दिवाली के शुभ अवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ
खूब मिठाई खाओ छक कर,
लड्डू, बर्फी, चमचम, गुझिया।
पर पर्यावरण का रखना ध्यान,
बम कहीं न फोड़ें कान
वायु प्रदुषण, धुएं से बचना,
रौशनी से घर द्ववार को भरना।
दिवाली के शुभअवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ
चंदा सूरज से दो दीपक,
तन मन से उजियारा कर दें।
हर उपवन से फूल तुम्हारे
जब तक जियो शान से,
हर सुख, हर खुशहाली पाओ,
दिवाली के शुभ अवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ।
Diwali Poems In Hindi
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है दीप पर्व आने वाला
हमको भी दीप जलाना हैं।
मन के अंदर जो बसा हुआ
सारा अंधियार मिटाना हैं।
हम दीप जला तो लेते हैं
बाहर उजियारा कर लेते।
मन का मंदिर सूना रहता
बस रस्म गुजारा कर लेते।
इस बार मगर कुछ नया करें
अंतस का दीप जगाना हैं।
बाहर का अंधियार मिटा
फिर भी ये राह अबूझी हैं।
जब तक अंतर्मन दीप बुझा
देवत्व राह अनबूझी हैं।
सद्ज्ञान राह फैलाकर के
सारा मानस चमकाना हैं।
है दीप पर्व आने वाला।
देवपुत्र
दीपावली के पूजन में अवश्य शामिल करें ये 12 चीजें
Diwali Poems In Hindi
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