वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट में कई चीजें सस्ती हुई, वहीं कुछ सामान महंगा भी हुआ है। लोगों को जहां एक ओर इलेक्ट्रिक वाहन और इलेक्ट्रिक वाहन पार्ट्स, धूपबत्ती, चश्मों के फ्रेम, बोतल कंटेनर, आदि के लिए कम पैसे चुकाने होंगे, वहीं सोना, चांदी के आभूषण, मार्बल और कई उत्पादों के लिए अब आपको ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे। इनमें सिगरेट और तंबाकू भी शामिल हैं।
बजट में सरकार ने बीड़ी पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है।
सरकार ने बजट में सिगरेट पर 5 रुपये प्रति हजार से लेकर 10 रुपये प्रति हजार तक एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है। जबकि, पहले ज्यादातर सिगरेट पर अभी तक एक्साइज ड्यूटी जीरो थी। लेकिन, मोदी सरकार 2.0 के पहले बजट में इसे बढ़ाकर 5-10 रुपये प्रति हजार तक कर दिया। सिगरेट की लंबाई और बनाबट के अधार पर सरकार ने एक्साइज ड्यूटी को तय किया है। वहीं, बजट में सरकार ने बीड़ी पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है।
65 मिमी से अधिक किंतु 70 मिमी लंबाई वाली फिल्टर सिगरेट का दाम पांच रुपये प्रति हजार बढ़ाया
65 मिमी से अधिक किंतु 70 मिमी लंबाई वाली फिल्टर सिगरेट का दाम पांच रुपए प्रति हजार बढ़ गया है। 60 मिमी तक लंबाई वाली सिगरेट (फिल्टर की लंबाई सहित, फिल्टर की लंबाई 11 मिमी हो अथवा इसकी वास्तविक लंबाई, इनमें से जो भी अधिक) का दाम भी पांच रुपए प्रति हजार बढ़ गया है। 60 मिमी से अधिक किंतु 70 मिमी से अनधिक फिल्टर सिगरेट (फिल्टर की लंबाई सहित, फिल्टर की लंबाई 11 मिमी हो अथवा इसकी वास्तविक लंबाई, इनमें से जो भी अधिक) का दाम भी सरकार ने पांच रुपये प्रति हजार बढ़ गया है। 70 मिमी से अधिक किंतु 70 मिमी से कम लंबाई की फिल्टर सिगरेट (फिल्टर की लंबाई सहित, फिल्टर की लंबाई 11 मिमी हो अथवा इसकी वास्तविक लंबाई, इनमें से जो भी अधिक है) का दाम शून्य से पांच रुपए प्रति हजार बढ़ गया है।
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