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Thursday 16 May 2019

आपको भी है पथरी तो इस तरह करें इसका इलाजा और बचाव

पथरी होना आजकल एक आम समस्या बन गयी है अगर किसी को पथरी हो जाये तो उसको बहुत तकलीफ झेलनी। (Very painful) पढ़ती है इसीलिए आज हम आपको इस health article में पथरी के इलाज के बारे में बताएँगे जो एकदम सरल और प्रभावी. (Easy and effective) भी है पथरी औरतों की अपेक्षा मर्दों में तीन गुना अधिक पाई जाते है और ज़्यादातर पथरी 20 से लेकर 30 साल तक के लोगों। (Peoples) में देखने को मिलते है अगर आप जानना चाहते हैं के पथरी के लक्षण। Symptoms of stone) क्या होते हैं और इसका इलाज कैसे संभव है तो इस health post को अंत तक पढ़िए।

पथरी के लक्षण
पेट के निचले हिस्से (below stomach) में आपको पथरी के लक्षण देखने को मिलते हैं मतलब टुंडी से नीचे और गुप्तांग के ठीक ऊपर के हिस्से में इसका दर्द। (Pain in that part) होता है और ये दर्द कभी बहुत तेज़ होता है तो कभी धीरे धीरे और ये दर्द। (Very painful) कभी कुछ देर के लिए होता है और कभी कभी बहुत लम्बे समय तक लगातार बन रहता है बीच बीच में इस दर्द में थोड़ी रहत (relief from pain) भी रोगी को मिलती रहती है। पथरी के लक्षण का एक और रूप देखने को मिलता है जिसमे रोगी को उल्टी होनेकी शिकायत। (Symptoms of vomiting in stone) या जी मचलाने लगता है।

सामान्य तोर पर पथरी के लक्षण शुरुआती तोर पर ही पहचान लिए जाते हैं इसमें शामिल हैं बार बार पेशाब आना, पेशाब। (urine) करते वक़्त दर्द का होने, या रुक रुक कर पेशाब आना, एकदम से बहुत तेज़ी से पेशाब आना और पेशाब करने पर बूँद बूँद, या थोड़ा थोड़ा पेशाब। (Slow urination) निकलना. कुछ लोगों को अंडकोषों में दर्द होने की शिकायत होती है और पेशाब का रंग असामान्य हो जाता है ये पथरी के प्रमुख लक्षण होते हैं।

Stone Symptoms Cure Treatment

पथरी होने के प्रमुख कारण
वैसे तो सामान्यतः पथरी किसी को भी हो सकती है। (Anyone can be victim) लेकिन अधिकतर इसका एक मुख्य कारण ये देखा गया है की जब किसी खान पान की वजह से। (Thick urine) मूत्र गाढ़ा हो जाता है तो पथरी बनना चालू हो जाती है और ये गाढ़े पेशाब के कण धीरे धीरे जमा। (Collects in the body slowly) होने लगते हैं और कुछ दिनों में वो पथरी का रूप ले लेते हैं। और जब ये मूत्र मार्ग में रुकावट। (Problem) डालते हैं मतलब के पेशाब करने पर दर्द महसूस होने लगता है तब रोगी को इसका एहसास (feel) होता है के उसको पथरी हो गयी है।

रोज़ खाना खाते वक़्त या हमारे शरीर में पाचन क्रिया. (Digestion system) के ठीक से न होने के कारण जो केल्शियम और फास्फेट के कण रह जाते हैं वो धीरे धीरे हमारे गुर्दे में। (Collects in kidney) जमा होने लगते हैं कैल्शियम, फॉस्फेट के छोटे छोटे सूक्ष्म कण तो पेशाब के ज़रिये। (Come out through urine) बाहर निकलते रहते हैं और जो नहीं निकल पाते वो धीरे धीरे एक दुसरे से मिलकर जमा (collects) होते रहते हैं और एक दिन ये गुर्दे की पथरी के रूप में नज़र आते हैं।

पथरी होने का मुख्य कारण
आपके शरीर मे ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा मे कैलशियम। (More calcium) का होना है इसका सीधा ये मतलब है के जिनको पथरी हुई है उसके शरीर मे जरुरत से ज़्यादा मात्रा मे कैलशियम। (Calcium) है लेकिन वो किसी वजह से शरीर मे पच (digest) नहीं रहा है और जिनको किसी भी तरह की पथरी हो उन्हें कभी भी केल्शियम यानि के चूना नहीं। (Avoid chuna) खाना चाहिए। वो तत्काल चूना खाना बंद कर दें तो ज़्यादा अच्छा (good for them) रहेगा।

पथरी का इलाज
आपने सुना हो शायद कभी पखानबेद नाम का एक छोटा सा. (Small plant) पौधा होता है ! कुछ लोग उसे स्थानीय भाषा में पत्थरचट्टा. (Pattharchat plant) भी बोलते है ! जिनको पथरी है वो इस पखानबेद पौधे (पत्थरचट्टा पौधा) के पत्तों को पानी। (Boil water by adding few leaves) मे अच्छी तरह से उबाल कर के काढ़ा बना लें और ठंडा. (Cold) करके पिएं इससे मात्र 10 से 15 दिन मे पूरी पथरी पेशाब के रस्ते गलकर. (Melt) बाहर निकल जाती है। और कई बार तो इससे भी जल्दी खत्म (finishes soon) हो जाती है।

पथरी का होमियोपेथी इलाज
पथरी के लिए होमियोपेथी की एक दवा है ये आपको किसी भी होमियोपेथी की दुकान। (Shop) पर मिल जाएगी इस दवा का नाम हे वलवेरिस वलगेरिस आपको ये दवा के आगे लिखना है। मतलब इस तरह से ये उसकी पोटेंसी. (potency) है और आप इस नाम से यह दवा मांगेंगे और दुकानदार से बोलना के “मदर टिंचर” में दो तो वो दुकान वाला समझ जायेगा यह दवा आप होमियोपेथी की दुकान से ले आइये।

अब इस दवा की 10-15 बूंदों को एक चौथाई (1/ 4) कप में गुन गुने पानी. (warm water) मे मिलाके रोज़ाना दिन मे चार. (3-4 times) टाइम लेना है (सुबह,दोपहर,शाम और रात) को! इस दवा को आप लगातार एक से डेढ़ महीने तक इसी तरह से लेना है कभी कभी आराम पढ़ने. (2-3 months to relief) में दो महीने भी लग सकते हैं !

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