नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलीला मैदान में रैली को संबोधित कर रहे हैं। रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली में पंजाब-हरियाणा का जोश है, तो पूर्वांचल की मिठास है, नोर्थ ईस्ट का उत्साह है तो दक्षिण भारत की सौम्यता। ये मेरा सौभाग्य है कि आपने मुझे सेवा का अवसर दिया।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बुलेट प्रूफ दीवारों में रहना न मेरा शौक है और न ही मेरी आदत है। जब-जब मौका मिला है मैंने इस दीवार को साइड रखने की कोशिश भी की है। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अक्सर दिल्ली मेट्रो में सफर करते हुए जब लोगों से घिर जाता हूं, तो वो मेरे लिए बहुत यादगार पल होते हैं।
केंद्र की एनडीए सरकार की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 1400 से अधिक गैर-जरुरी कानून खत्म किये गए। उन्होंने कहा कि जनता के हितों के लिए बीते पांच साल में बड़े और कड़े फैसले भी लिये गए हैं।
रैली में गर्मी से लोगों को परेशानी नहीं हो इसलिए रैली स्थल पर पेयजल की व्यवस्था की गई है। एंबुलेंस की भी व्यवस्था होगी। निराशा और हताशा से घिरी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चुनाव में पहले ही हार मान चुकी है। दोनों पार्टियां हर वो हथकंडा अपनाने को तैयार हैं, जिससे दिल्ली के मतदाताओं को गुमराह किया जा सके। दोनों की मुस्लिम वोट बैंक पर नजर है, इसके लिए वे तुष्टिकरण की राजनीति कर बहुसंख्यक समाज को दरकिनार कर रही हैं। प्रेस वार्ता में दिल्ली प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश, प्रवक्ता हरीश खुराना एवं मीडिया प्रमुख अशोक गोयल देवराहा भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को रामलीला मैदान में रैली होने वाली है। इसको लेकर आम आदमी पार्टी (आप) हमलावर हो गई है। कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री कल दिल्ली की जनता के बीच आ रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि मोदी जी अपनी रैली में यह भी बता दें कि पिछले 5 साल में आपके सातों सांसदों की सारी तरकीबें दिल्ली में आकर फेल हो चुकी हैं। भाजपा ने अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए दो प्रत्याशियों को भी बदला। इसके बावजूद उनके प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार अभियान जोर नहीं पकड़ पा रहा है। सबसे बुरी हालत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं उत्तर-पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद मनोज तिवारी की है। पांच साल में केवल केजरीवाल को सुबह शाम कोसने के अलावा उन्होंने कोई काम नहीं किया।
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