लखनऊ। किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग एवं स्वयं सेवी संस्था तम्बाकू मुक्त लखनऊ अभियान के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, महापौर लखनऊ, डाॅ0 संयुक्ता भाटिया ने तम्बाकू से होने वाली खतरनाक बीमारियों विशेषतौर पर कैंसर से संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि तम्बाकू के प्रयोग के प्रति आमजन को जागरूक किए जाने की विशेष आवश्यकता है, जिसके लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के साथ ही विभिन्न समाजसेवी संगठन एवं अन्य संस्थाओं द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान में युवा वर्ग खासकर छात्र-छात्राओं का सहयोग यदि प्राप्त हो जाए तो निश्चित तौर पर इस रोकने में सफलता मिलेगी।
तम्बाकू मुक्त केलिए नगर निगम हर संभव सहयोग को तैयार
महापौर ने कहा तम्बाकू मुक्त लखनऊ होने से प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी की स्वच्छ भारत अभियान योजना को भी बल मिलेगी क्योंकि तम्बाकू के प्र्रयोग से स्वास्थ्य के साथ-साथ शहर भी गंदा होता है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू मुक्त लखनऊ बनाने के लिए राज्य सरकार से साथ ही लखनऊ नगर निगम हर संभव सहयोग को तैयार है।
तम्बाकू से करीब 2.50 करोड़ लोगों को रोजगार
प्रो सूर्याकांत ने कहाकि तम्बाकू से करीब 2.50 करोड़ लोगों को रोजगार मिलता है,यह भी एक वजह है कि इसको प्रतिबंधित नहीं किया जा रहा है लेकिन तम्बाकू से जितना राजस्व सरकार को मिलता है उससे कहीं ज्यादा तम्बाकू जन्य बीमारियों पर खर्च करना पड़ता है।
तम्बाकू की लत सबसे बुरी लतों में से एक- रमेशभैया
विनोबा सेवाश्रम के संस्थापक रमेशभैया ने बतायाकि तम्बाकू की लत सबसे बुरी लतों में से एक है, जिसके चंगुल में हर रोज 5500 युवा फंस कैंसर के खतरे को बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा तम्बाकू की रोकथाम के लिए तम्बाकू मुक्त लखनऊ अभियान, वेंडर लाइसेंसिंग पाॅलिसी को लेकर नगर निगम के सहयोग से कार्य कर रहा है, तो वहीं युवाओं को बचाने और तम्बाकू के व्यसन की तरफ बढ़ने से केजीएमयू के सहयोग से उनको रोकने का कार्य कर रहा है।
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