जनगणना की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है हैल्थ डाटा
एएनएम टेबलेट लेकर घर-घर देंगी दस्तक, घर के हर सदस्य का ब्यौरा होगा दर्ज
मथुरा। सरकार के पास अब हर व्यक्ति का हैल्थ डाटा सुरक्षित होगा। लोगों में डायविटीज, हाई ब्लड प्रेसर, कैंसर, मानसिक रोग, तनाव, तंबाकू जनित रोग, थाइराइड, घुटनों की बीमारी आदि बढ़ रही हैं। कैंसर के रोगी भी लगातार सामने आ रहे हैं। इन बीमारियों के तेजी से हो रहे फैलाव के आंकड़ों को एकत्रित कर नये शिरे स्वास्थ्य योजनाएं तैयार की जाएंगी। इसके लिए सरकार ने जनगणना की तर्ज पर गणना कराने का फैसला किया है। इस गणना के पूरा होने के बाद सरकार के पास प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य रिकार्ड होगा। सरकार को यह भी पता होगा कि किस क्षेत्र् में किस तरह की बीमारी का प्रभाव ज्यादा है और किन बीमारियों का फैलाव तेजी से हो रहा है, जिससे कि क्षेत्र् के हिसाब से स्वास्थ्य योजनाओं को तैयार कर लागू किया जा सके। गणना पूरी होने के किसी भी व्यक्ति का पूरा स्वास्थ्य रिकार्ड सरकार के पास होगा। इससे किसी भी व्यक्ति की किस योजना में और किस स्तर पर
जिस प्रकार हर दस साल बाद घर-घर जाकर जनगणना का अभियान चलाया जाता है, ठीक उसी तर्ज पर अब समूचे प्रदेश वासियों की बीमारियों की गणना होने जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग अपने फील्ड कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे रहा है। खासकर एएनएम, सीएचओ व डीसीपीएम को प्रशिक्षण के साथ टेबलेट प्रदान किए जा रहे हैं। बच्चे से लेकर परिवार के हर व्यक्ति की बीमारी आन लाइन हो जाएगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत होने वाली इस गणना की मथुरा में तैयारी कर ली गयी हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार उसे अंतिम रूप दे रहा है। ये कार्य प्रदेश के हर जनपद में अभियान के रूप में सीएमओ की देखरेख में होगा। इसमें खासकर गैर संचारी रोग (एनसीडी) का पूरा ब्यौरा संकलित होगा। शहरी व देहात में कार्यरत एएनएम को अलग-अलग चरणों में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जिला स्वास्थ्य सूचना अधिकारी जितेन्द्र कुमार का कहना है कि इस अभियान में हर मरीज की कुंडली तैयार हो सकेगी। ये सब आॅनलाइन होगा। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग कहीं भी किसी भी व्यक्ति के बारे में उसकी बीमारी के बारे में जानकारी ले सकेगा। उसी गणना के आधार पर बीमारी नियंत्रण का प्लान बनेगा।
हैल्थ डाटा तैयार होने के बाद मिलेगा यह लाभ
अभी तक स्वास्थ्य विभाग बहुत बड़ा बजट संचारी रोगों के फैलने से रोकने पर व्यय करता था लेकिन अब ये माना जा रहा है कि गैर संचारी रोग ज्यादा बढ़ रहे हैं। जो रोग एक दूसरे से फैलते हैं, वे रोग काफी हद तक नियंत्रण में हैं। गैर संचारी रोगों में डायविटीज, हाई ब्लड प्रेसर, कैंसर, मानसिक रोग, तनाव, तंबाकू जनित रोग, थाइराइड, घुटनों की बीमारी आदि बढ़ रही हैं। इनके रोगियों की सही पहचान व सही तादात आने वाले समय में बीमारी गणना अभियान से संभव हो सकेगी। इस गणना से बीमारी नियंत्रण का न सिर्फ प्लान तैयार होगा बल्कि लोगों में जागरूकता के प्रोग्राम चलाए जा सकेंगे।
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