हरदोई,मिलेगी परिंदों को मंजिल ये उनके पर बोलते हैं ,
रहते हैं कुछ लोग खामोश लेकिन उनके हुनर बोलते हैं |
उक्त पंक्ति हरदोई के खेतुई गांव में जन्मी वांछा दीक्षित के लिए एकदम सही बैठती है वांछा दीक्षित ने प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में हरदोई व अपने मां बाप का नाम रोशन किया है वांछा ने केंद्रीय विद्यालय संगठन की टीजीटी परीक्षा (आर्ट एजुकेशन) में पूरे भारत में दूसरा स्थान हासिल किया है। वांछा अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, अपनी बहनों और 12वीं कक्षा के शिक्षक हिमांशु श्रीवास्तव को देती हैं। वांछा के पिता विमल कुमार दीक्षित बताते हैं की वांछा को बचपन से पढ़ाई के क्षेत्र में नए-नए रिकॉर्ड बनाने का शौक था जो उम्र के साथ बढ़ता गया बचपन से पढ़ाई में अव्वल आने वाली वांछा को आर्ट बनाने का बचपन से शौक था। अपने मामा अनुराग शर्मा से प्रेरणा लेकर वांछा ने लखनऊ विश्वविद्यालय के आर्ट एंड क्राफ्ट कॉलेज से बीएफए और एमएफए किया। पढ़ाई पूरी होते ही केंद्रीय विद्यालय की परीक्षा पास की, जिसमें उन्होंने पूरे भारत मे दूसरा व जनरल केटेगरी में पहला स्थान हासिल करके परिवार का नाम रौशन किया है। वांछा कहती हैं मैं बचपन से ही शिक्षक बनना चाहती थी। मुझे इस बात पर गर्व है कि मुझे यह अवसर मिला है। मुझे क्रिएटिविटी बहुत पसंद है। मैं चाहती हूं कि आने वाली युवा पीढ़ी भी आर्ट के महत्व के बारे में जाने और जीवन में कुछ नया करने की कोशिश करेवांछा ने मध्यप्रदेश के होशंगाबाद शहर के केंद्रीय विद्यालय में कला के शिक्षक के तौर पर अपना पदभार ग्रहण कर लिया है।
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Tuesday 14 May 2019
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हरदोई- वांछा दीक्षित ने देश में लहराया हरदोई का परचम ऑल इंडिया केंद्रीय विद्यालय टीजीटी परीक्षा (आर्ट एजुकेशन) में पाया भारत में दूसरा स्थान
हरदोई- वांछा दीक्षित ने देश में लहराया हरदोई का परचम ऑल इंडिया केंद्रीय विद्यालय टीजीटी परीक्षा (आर्ट एजुकेशन) में पाया भारत में दूसरा स्थान
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