पेशावर। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पोलियो अभियान के खिलाफ दुष्प्रचार करने पर सात निजी स्कूलों को सील कर दिया गया है। पाकिस्तान उन तीन देशों में है जो अभी तक पोलियो से पूरी तरह मुक्त नहीं हो पाए हैं। दो अन्य देश अफगानिस्तान और नाइजीरिया हैं।
पाकिस्तान में पोलियो उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे अभियान को सबसे ज्यादा झटका आतंकी हमलों और अफवाहों से लगा है। हाल के वर्षो में पोलियो अभियान में जुटी कई टीमों को आतंकियों ने निशाना बनाया। इसमें कई लोग मारे गए। यह भी अफवाह फैलाई जा रही है कि पोलियो ड्रॉप नपुंसकता का कारण बन रहा है।
पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम पर प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार बाबर बिन अट्टा ने बुधवार को कहा, खैबर पख्तूनख्वा की सरकार ने इन स्कूलों के प्रबंधन को पोलियो टीकाकरण के खिलाफ नफरत फैलाने का दोषी पाया है। उन्होंने बेकसूर अभिभावकों को हिंसा के लिए उकसाया। नतीजन पोलियो टीमों पर हमले हुए।
फूंक दिया गया स्वास्थ्य केंद्र
गत 22 अप्रैल को पेशावर में प्रदर्शनकारियों ने एक स्वास्थ्य केंद्र को फूंक दिया था। तब यह अफवाह फैली थी कि पोलियो ड्रॉप के चलते कई बच्चे बीमार पड़ गए हैं। हिंसा की खबरें आने के बाद पाकिस्तान में पोलियो अभियान रोकना पड़ा।
अब तक 68 लोगों की गई जान
पाकिस्तान में दिसंबर, 2012 से पोलियो रोधी अभियान में जुटी टीमों पर हुए हमलों में अब तक 68 लोग मारे जा चुके हैं।
No comments:
Post a Comment