एक देश ऐसा भी है जहां युवतियों को शादी के लिए बेचना एक रिवाज | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Friday 17 May 2019

एक देश ऐसा भी है जहां युवतियों को शादी के लिए बेचना एक रिवाज

नई दिल्‍ली। भारत की ही यदि बात करें तो यहां पर कुछ राज्‍यों से शादी के लिए लड़कियों की खरीद-फरोख्‍त की खबरें जरूर आती हैं। इनको लेकर प्रशासन पर भी अंगुली उठती रहती है। लेकिन इन सभी के बीच यह सच है कि इसे समाज में अच्‍छा नहीं माना जाता है। लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां युवतियों को शादी के लिए बेचना एक रिवाज बन चुका है। यहां पर युवतियों को बेचने का काम मां-बाप ही खुशी-खुशी करते हैं। वहीं युवतियों को भी इसमें कोई बुराई नहीं दिखाई देती है, बल्कि उनके लिए यह सही वर को तलाशने का बेहतर जरिया है। बहरहाल, जिस देश में इस तरह का बाजार सजता है उसका नाम बुल्‍गारिया है। बुल्‍गारिया यूरोपीय संघ का हिस्‍सा है। 2007 में यह यूरोपीय संघ में शामिल हुआ था। जिस मार्किट का हम यहां पर जिक्र कर रहे हैं वह बुल्‍गारिया में बचकोवो मोनेस्‍ट्री के नजदीक लगती है।

भारत से जुड़ी हैं इस समुदाय की जड़ें
आपको बता दें कि जिस समुदाय से युवतियों को बेचा जाता है वो रोमा समुदाय है, जिसकी जड़े भारत से जुड़ी हैं। दरअसल, ऑर्थोडॉक्‍स क्रिस्चियन का एक समुदाय कलायदजी है जो रोमा समुदाय के तहत ही आता है। रोमा समुदाय को यूरोप में वर्षों तक मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। यूरोपीय देशों में हुए अत्‍याचारों को सहते हुए आज भी रोमा समुदाय ने खुद को बचाकर रखा हुआ है। दुनिया के कई देशों में रोमा समुदाय के लोग रहते हैं। भारत की ही बात करें तो यहां पर रोमा समुदाय सम्‍मेलन में भी हिस्‍सा लेते आए हैं। यह उनके लिए गर्व का विषय भी हो सकता है।

मानसिक पिछड़ापन के शिकार हैं लोग
लेकिन यदि बुल्‍गारिया में रहने वाले रोमा समुदाय की बात करें तो यहां पर आज भी कुछ दकियानूसी परंपराओं से यह लोग पीछा नहीं छुड़ा पाए हैं। यहां पर ज्‍यादातर रोमा युवतियों ने कॉलेज की शक्‍ल तक नहीं देखी है। इसकी वजह भी इस समुदाय का मानसिक पिछड़ापन है, जो युवतियों को आगे बढ़ने से रोकता है। दरअसल, रोमा समुदाय की युवतियों को होने वाले पहले मासिक धर्म के साथ ही स्‍कूल से निकाल लिया जाता है। इसके बाद उन्‍हें पढ़ने की इजाजत नहीं दी जाती और उन्‍हें शादी के लायक मान लिया जाता है। यही वजह है कि बुल्‍गारिया में जिन युवतियों को शादी के लिए बेचा जाता है उनमें ज्‍यादातर नाबालिग ही होती हैं।

साल में चार बार लगता है युवतियों का बाजार
बुल्‍गारिया में ब्राइडल मार्किट साल में चार बार सजती है। शादी की इच्‍छा रखने वाली युवतियां यहां पर खुद या फिर अपने परिजनों के साथ आती हैं। इसके लिए पूरी तरह से तैयार होकर आती हैं। युवतियों की इच्‍छा में यहां पर लड़के भी होते हैं। इस बाजार में युवक और युव‍ती अपने पसंद के अनुसार एक दूसरे से बात करते हैं और एक दूसरे से जुड़ी सभी जानकारी लेते हैं। इसमें उनका काम-धंधा, पसंद-नापसंद, परिवार से संबंधित जानकारी शामिल होती है। यहां आने वाले युवकों के लिए जहां युवती का खूबसूरत होना और घर का काम करना सबसे अहम होता है वहीं यु‍वतियों के लिए युवक की आय सबसे अधिक मायने रखती है।

सपन्‍न नहीं है रोमा समुदाय के लोग
ऐसा इसलिए क्‍योंकि बुल्‍गारिया में रोमा समुदाय संपन्‍न समुदायों में नहीं आता है। यहां पर आज भी ये लोग अभाव में जिंदगी जीते हैं। यही वजह है कि युवतियों को एक ऐसे युवक की तलाश होती है जिसके पास पैसा हो और जो उन्‍हें अच्‍छी जिंदगी दे सके। कुछ युवतियां जहां इसका हिस्‍सा खुशी-खुशी बनती हैं तो वहीं कुछ को मजबूरन इसमें शामिल होना पड़ता है। यहां की ब्राइडल मार्किट भले ही यहां के लिए आम हो लेकिन दुनिया भर के लोगों के लिए यह कौतुहल का विषय होता है। यही वजह है कि कई पत्रकार इसको कवर करने के लिए यहां पर आते रहते हैं। कई बार यहां की ब्राइडल मार्किट मीडिया की सुर्खियां बन चुकी है और कईयों ने इस पर डॉक्‍यूमेंट्री भी बनाई है। यहां इस तरह से खुलेआम युवतियां का बाजार लगना कई बार सवालों के भी घेरे में आया है, लेकिन यह आज भी बादस्‍तूर जारी है। स्‍थानीय लोग इसको अपनी परंपरा का हिस्‍सा मानते हुए इससे पीछे हटने को राजी नहीं होते हैं तो प्रशासन भी इस पर खामोश ही रहता है।
300-400 डॉलर होती है युवतियों की कीमत
यहां पर आने वाली नाबालिग लड़कियों की कीमत 300 डॉलर से 400 डॉलर तक के बीच में लगती है। ऐसा कम ही होता है कि यह कीमत ज्‍यादा हो। बुल्‍गारिया में लगने वाला यह बाजार आज के समाज पर एक करारा तमाचा भी है। यह इस बात का भी इशारा है कि यहां पर लोगों और विभिन्‍न समुदायों के बीच कितनी गहरी खाई है। यहां पर आने वाली युवतियों के लिए यह जरूरी होता है कि वह वर्जिन हो। यदि ऐसा नहीं होता है तो उसको बेहद बुरी नजरों से समाज में देखा जाता है। इसी वजह से रोमा समुदाय की युवतियों को शादी से पहले लड़कों से मेल-जोल की इजाजत नहीं होती है। यह इसलिए भी होता है क्‍योंकि ऐसा होने पर ही युवतियों की मोटी कीमत परिजनों को मिल पाती है। युवती की कीमत कितनी होगी इसका भी तय उसके परिजन ही करते हैं। यहां पर युवतियों के इस बाजार से अलग अपने लिए युवक को पसंद करने को ये समुदाय न तो पसंद करता है और न ही उन्‍हें मान्‍यता देता है।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad