लखनऊ। देश में बढ़ रही आतंकी घटनाओं से सबब लेते हुए यूपी की राजधानी लखनऊ में मेट्रो स्टेशन पर तैनात सुरक्षा गार्डों ने मुस्लिम महिलाओं से जब बुर्का हटाने को कहा तो बखेड़ा खड़ा हो गया। मवैया से चारबाग जा रही महिला यात्री और मेट्रो स्टेशन के सुरक्षा गार्ड में बहस होने लगी। सुरक्षा गार्ड ने जब महिला यात्रियों से बुर्का हटाने को कहा तो उन्होंने इंकार कर दिया तो दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। इससे नाराज तीनों महिलाओं ने मेट्रो में यात्रा नहीं की और टोकन वापस करके चली गई। पीड़ित महिलाओं ने इसकी शिकायत भी लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के उच्चाधिकारियों से की है। वहीं, मेट्रो ने गार्ड को हटाने की बात कहते हुए जांच के निर्देश दिए गए हैं।
मेट्रो रेल कारपोरेशन के निदेशक संचालक सुशील कुमार ने मंगलवार को फुटेज सीसीटीवी से देखने के बाद कार्रवाई की बात कही है। हालांकि गार्डों का कहना है कि उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से बुर्का हटाने के लिए कहा था। एलएमआरसी जनसंपर्क अधिकारी पुष्पा बेलानी का कहना है कि सुरक्षा कारण से भी अगर जांच करनी होगी, तो वह उसके लिए महिला सुरक्षा गार्ड ही कह सकती है। शिकायती पत्र मिला है, संबंधित सुरक्षा गार्ड व सीसीटीवी फुटेज बुधवार को देखे जाएंगे, मामला सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की शाम मवैया मेट्रो स्टेशन पर महिला परिजनों के साथ सफर करने के लिए मवैया स्टेशन पहुंची थी, महिला टोकन लेकर आगे बढ़ी थी, तभी गार्ड ने महिला से बुर्का हटाने को कहा। इसका महिला यात्री ने विरोध किया और डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर से गुजरने के बाद जांच के लिए कहा, वह भी महिला सुरक्षा गार्ड से। इससे गार्ड ने इंकार कर दिया। दोनों पक्षों में नोक-झोंक हुई और महिला यात्रियों ने सफर करने से मना करते हुए टोकन वापस कर दिए। महिला परिवार के संग बिना यात्रा किये वापस लौट गई। मेट्रो स्टेशन पर इससे पहले भी सुरक्षा गार्ड व महिला सुरक्षा गार्ड की शिकायतें आ चुकी है। यात्रियों से अभद्रता और जांच के नाम पर शरीर में हाथ लगाने जैसे मुद्दे को लेकर कई यात्रियों ने मेट्रो के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की, अगर संबंधित अफसर मामले को गंभीरता से लिए होते तो आज यह स्थिति नहीं होती।
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