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Tuesday 14 May 2019

पुलिस ने आगरा के जीआरपी इंस्पेक्टर समेत तीन को किया गिरफ्तार, सिपाही फरार

आगरा। सहारनपुर के नागल क्षेत्र में गांव उमाही में हुई डकैती के मामले में पुलिस ने जीआरपी आगरा के इंस्पेक्टर ललित कुमार त्यागी के अलावा बसीर खान पुत्र अफसर निवासी सदर बाजार, आगरा और सुभाष शर्मा पुत्र नंदलाल निवासी गोधला- जगदीशपुर, आगरा को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 4,94,500 बरामद हुए हैं। इस मामले में जीआरपी के सिपाही रिंकू और शायर बैग तथा टैक्सी ड्राइवर छोटू अभी फरार हैं। डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया इंस्पेक्टर ललित कुमार त्यागी बिजनौर जनपद के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित गांव करौंदा चौधर का रहने वाला है। एसएसपी, दिनेश कुमार ने बताया कि ये आरोपी आगरा से चले और यहां वारदात को अंजाम दिया। सहारनपुर में इन लोगों ने यह पहली वारदात की है। जांच-पड़ताल में सामने आया है कि आगरा जीआरपी में इन्होंने खुद को ऑन ड्यूटी दिखाया है। इनका इरादा रात्रि में लूट के बाद वापस जाने का था। इन्हें आगरा से गिरफ्तार किया है। यहां से इन्हें कार्रवाई के बाद देवबंद जेल भेजा जाएगा।

ग्राम उमाही में पुलिस की वर्दी पहने बदमाशों ने डकैती डालकर सनसनी फैला दी थी। वारदात में गेहूं की खरीद फरोख्त करने वाले ठेकेदार और उसके कर्मचारियों को निशाना बनाया गया। हथियारों से आतंकित करके बदमाश करीब नौ लाख रुपये ले गए। पुलिस ने जांच की, लेकिन वारदात के बाद पीड़ित ठेकेदार उसके साथी मजदूर मकान खाली करके चले गए। नागल थाना क्षेत्र के गांव उमाही मोड़ के निकट हाईवे पर उमाही निवासी हाजी आबिद के खेत हैं। जहां सड़क पर उसने ढाबा बना कर रुड़की निवासी इरफान को किराये पर दिया हुआ है। ढाबे के ऊपर दो कमरे बने हैं जो उसने बिजनौर निवासी एक ठेकेदार को किराए पर दे रखे हैं। इसमें ठेकेदार सहित उसके 19 मजदूर रह रहे थे। ढाबे के पीछे आम के बाग में आबिद का बेटा जाकिर मकान बना रहा है। उसने भी बिजनौर निवासी शराफत को मकान किराये पर दिया हुआ था।

शराफत के साथ 22 लोग रह रहे थे। दोनों ठेकेदार क्षेत्र के किसानों से गेहूं खरीद कर मंडी में बेचने का कार्य करते हैं। ढाबा मालिक इरफान ने बताया कि सोमवार तड़के करीब तीन बजे कार से छह लोग ढाबे पर आए। इनमें से दो लोग पुलिस की वर्दी में थे, जो पिस्टल भी लगाए थे। सभी ने ढाबे पर चाय पीने के बाद बाग में रह रहे ठेकेदार शराफत के लोगों पर धावा बोल दिया।
आरोप है कि बदमाशों ने उनके पास से नौ लाख रुपये लूट लिए और विरोध करने पर पिटाई की। शोर मचाने पर बदमाश फरार हो गए। वारदात की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। वारदात के बाद सोमवार सुबह दोनों ठेकेदार अपने मजदूरों और सामान सहित यहां से कहीं चले गए। इस मामले में थाना प्रभारी सत्येन्द्र सिंह राय ने बताया कि मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। फिर भी जांच की जा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

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