राष्ट्रीय पान किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बतायीं समस्यायें
वाराणसी में प्रियंका के जनसभा में होंगे शामिल और उठायेंगे मुद्दा
लखनऊ। पान शीघ्र नष्ट होने वाला वस्तु है, ऐसे में यदि सही समय पर इसे मार्केट या मंडी तक नहीं पहुंचाया गया तो इसका खामियाजा पान खेतिहरों व उत्पादकों को उठाना पड़ता है। कुछ ऐसी ही विषम परिस्थतियों की ओर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान आकृष्ट कराने का काम राष्ट्रीय पान किसान यूनियन ने किया है। सीएम को लिखे पत्र में पान किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव छोटेलाल चौरसिया ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पान से लदे ट्रकों की लम्बी और एक प्रकार से नहीं खत्म होने वाली ‘नो इंट्री’ को इंगित किया है।
चौरसिया के मुताबिक वाराणसी में चेतगंज पानदरीबा पान की बड़ी मंडी है और रोजाना यहां पर प्रदेश के विभिन्न भागों से 80-100 ट्रक पान की खेप आती है। मगर मोहनसराय मार्ग पर सुबह छह से लेकर रात नौ बजे तक नो इंट्री होने के चलते पान लोडेड ट्रक घंटों जहां के तहां खड़े रहे जाते हैं। ऐसे में ज्यादा देर तक ऐसे ही ट्रकों के खड़े होने के चलते टोकर व बंडल में बंधे पान के पत्ते या तो गल जाते हैं या फिर सड़ जाते हैं जिसका पूरा नुकसान किसानों को उठाना पड़ता है। वहीं कई पान उत्पादकों का कहना है कि अन्य कच्चे माल जैसे-सब्जी, फल-फूल, अंडा व दूध से लदे माल वाहनों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं होता है। पान किसान यूनियन से मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस प्रकार के माल परिवहन प्रतिबंध को जल्द से जल्द समाप्त किया जाये ताकि पान किसानों व उत्पादकों को आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े। पान किसान यूनियन के महासचिव का कहना है कि बुधवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के जनसभा में चौरसिया समुदाय शामिल होगा और मौका मिलने पर इस मुद्दे को वहां पर भी उठाया जायेगा।
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