प्रेग्नेंसी में महिला को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है। जितना संतुलित आहार गर्भवती खाएगी, उतना ही उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का अच्छा विकास होगा। पोषक तत्वों का भरपूर सेवन करने से कैल्शियम,फोलेट,विटामिन सी,आयरन, मिनरल्स और प्रोटीन अनार खाने से गर्भावस्था से संबंधित बहुत सी परेशानी दूर हो जाती हैं। इससे गर्भ में पल रहे शिशु को बहुत फायदा मिलता है।
आयरन की कमी पूरी
प्रेग्नेंसी में मां की डाइट से ही बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छे तरीके से होता है। इस दौरान शरीर में खून की कमी नहीं होनी चाहिए, एनिमिया से डिलीवरी के समय परेशानी हो सकती है। हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए अनार का सेवन करना बैस्ट है।
पेट के लिए लाभकारी
पेट से संबंधित समस्याएं प्रेग्नेंसी के दौरान होना आम बात है। कब्ज,अपच,पाचन क्रिया में गड़बड़ी आदि कई तरह की परेशानियों का महिला को अनुभव करना पड़ता है। इससे बचने के लिए अनार का सेवन करना बेहतर है। इसमें मौजूद फाइबर पेट के लिए लाभकारी है।
हड्डियों और मांसपेशियों की मजबूती
बच्चे की हड्डियां मजबूत होना बहुत जरूरी है। इसके लिए अनार खाना अच्छा होता है। इससे मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है।
नार्मल डिलीवरी
प्रेग्नेंसी में खून की कमी होने पर नार्मल डिलीवरी की संभावना कम होती है। अनार के सेवन से खून की कमी पूरी हो जाती है और नार्मल डिलीवरी के चांस बढ़ जाते हैं।
अनार का सेवन करते हुए इन बातों का रखें खास ध्यान
1. अनार में कैलोरी बहुत ज्यादा होती है, इसलिए जरूरत से ज्यादा इसका सेवन न करें। एक गिलास से ज्यादा अनार का जूस न पीएं।
2. ब्लड प्रैशर की परेशानी है और इसकी दवाई भी खा रही हैं तो अनार का जूस पीने या फिर सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
3. कैल्शियम,आयरन, फोलिक एसिड की दवाइयों का सेवन कर रही हैं तो अनार खाने के बारे में डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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