एक छोटा सा मंदिर तो सभी घरों में होता है। सभी अपनी सहुलियत के अनुसार घर में मंदिर बनवाते हैं। कई बार इसका प्रभाव घर के वास्तु पर भी पड़ता है और मंदिर की गलत दिशा या अन्य कारणों से घर में वास्तुदोष उत्पन्न हो जाता है। घर के मंदिर और वास्तु से जुड़े टिप्स इस प्रकार हैं……
घर के मंदिर की दिशा पूर्व की तरफ होनी चाहिए और पूजा करते समय आपका मुंह पश्चिम दिशा की तरफ होना चाहिए।
घर में स्थापित मंदिर में कभी भी बड़ी मूर्तियां नहीं होनी चाहिए। इसलिए बड़ी मूर्तियों के स्थान पर छोटी प्रतिमाएं अच्छी मानी जाती हैं।
घर का मंदिर ऐसी जगह पर बना होना चाहिए जहां दिनभर में कुछ समय के लिए सूर्य की रोशनी पहुंचती रहे।
पूजा में कभी भी बासी पत्ते और फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। हमेशा ताजे फल व जल का इस्तेमाल करें।
घर में जिस जगह पर मंदिर बना हो उस जगह पर कभी चमड़े के जूते व चप्पल नहीं ले जाएं।
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