डॉक्टरों की जानकारी के मुताबिक गर्भनिरोधक गोलियां ओवुलेशन को रोकने का काम करती है ताकि इससे कोई अंडाणु उत्पन्न नहीं हो | इसलिए शुक्राणु को निषेचित करने के लिए कुछ नहीं होता और ऐसे में महिलाएं गर्भवती नहीं हो सकती हैं | इसलिए इस दवा का उपयोग अमेरिका में 15 से 45 वर्ष की लगभग 16 प्रतिशत महिलाएं करती है लेकिन इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं | इसका फायदा ये है कि यह दर्दनाक या हेवी पीरियड्स, एंडोमेट्रियोसिस, मुंहासे और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) को कम करने में भी मदद करती हैं | इसके साथ ही, इसका इस्तेमाल करने वालों को ‘गर्भनिरोधक दवाओं’ से होने वाले नुकसान की पूरी जानकारी होनी चाहिए |
गर्भनिरोधक दवाइयां भी कई प्रकार की होती है और इस तरह की सभी दवाओं में हार्मोन एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन या दोनों के सिंथेटिक रूप भी होते हैं | सिंथेटिक प्रोजेस्टेरोन को प्रोजेस्टिन कहा जाता है और इससे कॉम्बिनेशन पिल्स में प्रोजेस्टिन और एस्ट्रोजन होता हैं | लेकिन मिनी पिल में केवल प्रोजेस्टिन होता है, वहीं मोनोफैसिक गोलियों में सभी समान हार्मोन का संतुलन बनाये रखने की ताकत होती हैं | डॉक्टरों के द्वारा इन सभी गोलियों के साथ, हर माह तीन अलग-अलग तरह की गोली दी जाती हैं | इसलिए इन दवाओं को डॉक्टरों की सलाह के बाद ही लें | इन दवाओं का नकारात्मक प्रभाव जानिए-
गर्भनिरोधक दवाओं से होने वाले नकारात्मक प्रभाव
पीरियड्स में अधिक रक्त्स्राव का होना सामान्य है लेकिन गर्भनिरोधक दवा लेने के 3 महीने के भीतर ये रक्त स्त्राव बंद हो जाता हैं | अगर आपने दवा का डोज मिस नहीं किया है और रोजाना दवा लेती है तो स्पॉटिंग के दौरान भी दवा का प्रभाव बना रहता है, अगर किसी को दवा लेने के बाद भी 5 दिन से अधिक ब्लीडिंग होती है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें |
जी मिचलाना
डॉक्टर बताते है कि, शुरुआत में दवा लेने पर कुछ लोगों का हल्का जी मिचलाता है लेकिन कुछ दिनों बाद स्थिति में सुधार हो जाता हैं | लेकिन दवा को खाने के बाद या सोते समय लें तो वह आपके लिए ज्यादा उचित होगा और अगर लगातार 3 महीने तक जी मिचलाने की स्थिति बरकरार है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें |
सिरदर्द या माइग्रेन
कई बार गर्भनिरोधक दवा लेने से सिरदर्द बढ़ सकता है या माइग्रेन की शिकायत भी हो सकती हैं | इसलिए अलग-अलग प्रकार के हार्मोन की डोज होने के कारण लक्षण भी अलग हो सकते है लेकिन कम डोज वाली दवा के इस्तेमाल से सिरदर्द कम हो सकता हैं |
वजन बढ़ना
इस रिसर्च शोध में सामने आया है कि गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ता हैं | वहीं एक समीक्षा के अनुसार, ज्यादातर शोध-अध्ययनों में पाया गया है कि सिर्फ प्रोजेस्टिन गर्भनिरोधक लेने से 6 या 12 महीनों में केवल 2 किलोग्राम तक वजन बढ़ता हैं |
मूड स्विंग
डॉक्टरों ने बताया कि, ऐसे समय में आपका मन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और कुछ स्टडी में ये भी सामने आया है कि इन दवाओं के इस्तेमाल से मूड पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिससे अवसाद यानी डिप्रेशन भी हो सकता हैं | अगर आप किसी भी दवा को लेने के दौरान इस तरह के लक्षण दिखाई दें तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें |
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