जौनपुर। परीक्षा ड्यूटी के दौरान मोबाइल पर बातचीत और वाट्सएप का शौक शिक्षकों को महंगा पड़ेगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा इसके लिए निर्देश जारी हुए हैं। प्रतिबंध होने के बाद भी परीक्षा कक्ष में फोन की घंटी बजती है तो केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार बोर्ड परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा परिषद का लक्ष्य परीक्षा कार्यक्रमों को शांतिपूर्वक और नकलविहीन कराना है। इसे हर हाल में पूरा करने के लिए परिषद ने दिन-रात एक कर दिया है।
जिले स्तर पर चल रही तैयारियों की हर दिन रिपोर्ट ली जा रही है। बदले नियमों में कुछ पुराने नियम पहले से सख्त हुए हैं। इसमें मोबाइल फोन भी शामिल है। यहां अक्सर कक्ष निरीक्षकों, पर्यवेक्षक से लेकर सचल दस्ता में शामिल सदस्यों को नजरअंदाज कर दिया जाता था। यदि कोई पकड़ में आ भी जाए तो चेतावनी देकर या स्पष्टीकरण मांग कर छोड़ दिया जाता।
इस वर्ष बोर्ड मोबाइल के इस्तेमाल पर सख्त है। बोर्ड ने स्पष्ट आदेश किए हैं कि केंद्र व्यवस्थापक को छोड़कर अन्य किसी के फोन की घंटी परीक्षा केंद्र में नहीं बजनी चाहिए। बावजूद इसके नियम टूटते हैं तो केंद्र व्यवस्थापक पर कार्रवाई तय होगी। परीक्षा ड्यूटी से पूर्व शिक्षक से लेकर समस्त स्टाफ अपने फोन को स्विच आफ कर केंद्र व्यवस्थापक के कक्ष में रख देगा।


No comments:
Post a Comment