हरदोई ।02 फरवरी हां जी, नायाब डीएम इसलिए क्योंकि पूर्व के जिम्मेदार लोग हरदोई शहर से मात्र 18 किलोमीटर स्थित नायाब “पक्षी अभयारण्य”को प्रशासन स्तर पर वह मुकाम नहीं हासिल करा सके, जिस अभयारण्य में दूर दूर से पक्षी आकर अपनी माइग्रेशन कॉल को पूरा करते हैं। उसे देखने की ललक प्रशासनिक उपेक्षा के चलते हरदोई वासियों और पक्षियों के शौकीनों को इस सांडी पक्षी विहार में आकर्षित नहीं करा सके। डीएम पुलकित खरे द्वारा पर्यटन पटल पर इसकी पहचान स्थापित कराने के लिए नए रंग रोगन और सुविधा सज्जा से भरपूर “सांडी पक्षी विहार” को पर्यटकों के लिए सजा दिया है। इसीलिए 3 से 5 फरवरी के बीच “सांडी पक्षी महोत्सव” का आयोजन किया गया है।
यदि आप दूर देश के पक्षी साइबेरियन, पर्पल सनबर्ड और भी कई प्रजातियों के पक्षियों के देखने के शौकीन हैं तो निश्चित रूप से “सांडी पक्षी अभयारण्य” में आए और पक्षियों के कलरव का लुत्फ उठाएं। मालूम हो कि माइग्रेशन पीरियड में यह अभयारण्यसाइबेरियन पक्षियों से गुलजार रहता है। विश्व में पक्षियों की लगभग 10 हजार प्रजातियों में, उनमें से लगभग 1300 प्रजातियां भारत में हैं। उसमें भी “सांडी पक्षी विहार” में 550 प्रजातियां हर वर्ष मिलती हैं।जिलाधिकारी की पहल पर 3 से 05 फरवरी को “साण्डी पक्षी महोत्सव” का आयोजन किया गया है जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, चित्रकला प्रतियोगिता, प्रकृति भ्रमण, पक्षी विज्ञान चर्चा सत्र, पर्यावरण नाटिका आदि कार्यक्रम महोत्सव में आयोजित होंगे। पक्षियों के भ्रमण काल का समय दो सत्रों में किया गया है। जो सुबह 7 बजे से 2 बजे तक और 2 बजे से 5 बजे तक नियत किया गया है। अपरान्ह सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिसमें स्कूली बच्चे अपनी सहभागिता करेंगे और पक्षी विहार का लुत्फ भी उठाएंगे। डीएम पुलकित खरे ने जनता से अपील की है कि वह इस नायाब पक्षी अभयारण्य में आए और जिले की धरोहर के नायाब पर्यटन स्थल को निहारे। जिलाधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए सांडी पक्षी महोत्सव देखने के लिए हर उम्र के व्यक्तियों से परिवार सहित आने की गुजारिश की है।
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