लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल ने कहा कि उ.प्र. की योगी सरकार प्रदेश के नौनिहालों की शिक्षा के प्रति पूर्णतः उदासीन है यही कारण है कि योगी के कार्यकाल का दूसरा सत्र भी आधा बीत चुका है परन्तु अभी तक न ही उनको पढ़ाने वाले शिक्षकों अथवा शिक्षामित्रों की नियुक्ति हो सकी है और न ही अब तक इस सत्र में उनको कॉपी किताबे और ड्रेस इत्यादि उपलब्ध हो सकी है।
रालोद के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने आईपीएन से बातचीत में कहा कि जब तक प्रदेश के नौनिहालों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी तब तक अच्छे भावी नागरिक होना असम्भव है। विगत शिक्षा सत्र में भी यही दशा रही थी और उनकी पढाई की सामग्री बहुत देर से मिली थी। कहा कि सम्पूर्ण जाड़ा समाप्त होने के बाद इन नौनिहालों को स्वेटर उपलब्ध कराये गये थे। प्रदेश सरकार की शिक्षा के प्रति इतनी उदासीनता सरकार की विफलता का प्रतीक है और बेसिक शिक्षा मंत्री को नैतिकता के आधार पर त्याग पत्र दे देना चाहिए। विद्यालयों में केवल मिड डे मील ही बच्चों को उपलब्ध हो पाता है क्योंकि वह ठेकेदारी प्रथा के अर्न्तगत है और उसमें धन की बंदरबाट भली प्रकार से हो पाती है। यद्यपि इस मिड डे मील में भी कहीं कीडे तो कही बदबूदार चावल अथवा सडा गला भोजन ही नौनिहालों को परोसा गया है और उन्हें अस्पतालों में भी भर्ती कराकर इलाज कराया गया है।
रालोद प्रवक्ता ने कहा कि सबका साथ सबका विकास कहलाने वाली सरकार से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विगत डेढ वर्ष से घोर लापरवाही के दर्शन मिलते हैं जिससे प्रदेश की जनता में लगातार असंतोश व्याप्त हो रहा है। यदि सरकार द्वारा शीघ्र ही कोई ठोस कदम न उठाये गये तो राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता और पदाधिकारी सडकों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व प्रदेश सरकार का होगा।
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Friday 3 August 2018
नौनिहालों की शिक्षा के प्रति उदासीन है योगी सरकार : रालोद
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