कुशीनगर । जनपद के तहसील हाता अन्तर्गत लेखपालो की लापरवाही से गरीब किसान परेसान है न्याय और हक के लिए भटक रहे दर दर।बतातेचले चले की हाता तहसील के लेखपाल प्रदीप के द्वारा खतौनी नेट पर चढांते वख्त की गई लापरवाही से कई किसानों का खाता व नम्बर गायब कर दिए गये जब कुछ किसान अपना खतौनी निकलने गये तो उस के नाम से कोई खाता ही नही था किसान परेशान हो कर जब लेखपाल प्रदीप के पास गये तो किसान से लेखपाल द्वारा पैसे की माग की गई कुछ किसानों ने पैसे देकर अपना खतौनी /खाता सही करा लिए कुछ खातेदार पैसे का विरोध किये जो अपने हक के लिए दर दर भटक रहे वही एक खातेदार सुरेंद्र शाही निवासी ग्राम ढाढा बुजुर्ग तहसील-हाता ने पत्रकार से वार्ता के दौरान बताया कि मेरा नेट पर खसरा संख्या 525,480,487,311,898,1071,925, कुल क्षेत्रफल 1.3840 (हे.) जो कि गेहूं के समय नेट पर था बाद उसके धान के समय जब खतौनी निकलने गये तो मेरे नाम से कोई खाता नही था इसकी जानकारी लेने हल्का लेखपाल प्रदीप के पास पहुचे तो लेखपाल ने पैसे का इशारा देते हुये कहा कि कुछ किसानों का खाता छूट गया है जिसकी रिपोर्ट भेजदी गयी है तो खतेदार सुरेंद्र शाही ने पैसे देने से इनकार कर दिए जो आज छ महीने से दर दर भटक रहे हैं।इस संबंध में प्रदीप लेखपाल ने पैसे की बात से इनकार कर दिया और बताया कि हमारे द्वारा सारी रिपोर्ट एस डी एम कोर्ट में भेज दी गयी है आदेश आते ही खातेदारों का नया खाता बन जायेगा।
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Friday 3 August 2018
लेखपालो का कारनामा: खतौनी से नाम उड़ा, करते धन उगाही
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