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Tuesday, 4 September 2018

चिनहट सीएचसी में गुंडों ने फार्मासिस्ट को बंधक बनाकर कर्मचारियों को पीटा


लखनऊ। राजधानी लखनऊ में गुंडों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला चिनहट थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। यहां नियम विरुद्ध तरीके से एक मरीज को इंजेक्शन लगावाने और विरोध करने पर अस्पताल कर्मचारियों बंधक बनाकर मारपीट करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।

पीड़ित फार्मासिस्ट का आरोप है कि अपना बताया हुआ इंजेक्शन ना लगाने पर एक कार सवार व्यक्ति ने कुछ गुंडे बुला लिए। जो एक्सयूपी और बुलेट पर सवार होकर आये और कर्मचारियों को बेरहमी से पीटने लगे। आरोपी फार्मासिस्ट को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इतना ही नहीं गुंडे पीड़ित को कार से उठा ले गए। किसी तरह उसने कूदकर जान बचाई तो आरोपी उसे वाहन से कुचलने का प्रयास करने लगे। चीखपुकार सुनकर राहगीर दौड़े तो आरोपी धमकी देते हुए भाग गए। पीड़ित ने इस संबंध में पुलिस को तहरीर देकर शिकायत की। तहरीर के आधार पर पुलिस ने गुंडों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। इस घटना से अस्पताल के कर्मचारी डरे हुए हैं।

सीएचसी चिनहट में बतौर फार्मासिस्ट तैनात है पीड़ित

पीड़ित रवींद्र कुमार पुत्र चुन्नीलाल निवासी औरैया ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह सीएचसी चिनहट में बतौर फार्मासिस्ट के पद पर तैनात है। पीड़ित सीएचसी में ही रहता है। पीड़ित की 2 सितंबर की रात्रि में 8:00 बजे से सुबह के 8:00 बजे तक पीड़ित की ड्यूटी सीएससी में थी। रात्रि करीब 11:30 बजे एक कार (यूपी 32 HC 7799) में एक बच्चे के साथ दो महिलाएं और एक पुरुष आए। सभी एक महिला को बाहर का लिखा हुआ इंजेक्शन लगवाने आए थे। बाहर का इंजेक्शन लगाने से मना करने पर वह व्यक्ति डॉक्टर साहब स्टाफ नर्स और फार्मासिस्ट से झगड़ने लगे।

दबंग ने कार और बुलेट से बुलाये आधा दर्जन गुंडे

वह गाली गलौज करने लगा और उसने फोन करके एक एक्सयूवी कार व बुलेट पर कुछ गुंडे बुला लिए। अधिक लड़ाई झगड़ा बढ़ता देश अंत में उस महिला को डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया। आरोपी झगड़ते हुए चले गए। इस दौरान वार्ड बॉय धर्मेश को यह कहते हुए कि यह बहुत बोल रहा था उसको ले चल कर मार कर फेंक देते हैं और जबरदस्ती मारते पीटते हुए अपहरण करके गाड़ी में बैठा ले गए। फिर वह किसी तरह अपनी जान बचाकर गाड़ी से भागकर अस्पताल आ गया। उसके जाने के 10 मिनट बाद पांच आदमी फिर से अस्पताल आए और फिर गाली गलौज करने लगे।

पीड़ित को गाड़ी से कुचलने का किया प्रयास

इसके बाद पीड़ित को भी किसी भी गाड़ी में जबरन बैठा लिया और चले गए। पीड़ित ने बताया कि आरोपी कह रहे थे कि इसको मार कर फेंक देते हैं। किसी तरह से उसने गाड़ी से कूदकर जान बचाई तो सामने से बुलेट वाले ने उसे कुचलने की कोशिश की। पीड़ित ने शोर मचाया तो राहगीर दौड़े इसके बाद वह किसी तरह गिरते-पड़ते अस्पताल के अंदर आ गया। डर के मारे पीड़ित ने खुद को कमरे के अंदर बंद कर लिया। डॉ. अवनीश ने इसकी सूचना अधीक्षक को दी। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी पुलिस को आता देख धमकी देते हुए भाग गए।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

इस संबंध में सीएमओ लखनऊ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस से इसकी शिकायत की गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करेगी। वहीं थाना प्रभारी चिनहट राजकुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गाड़ी नंबर के आधार पर चिन्हित किया जा रहा है। आरोपियों को बख्सा नहीं जायेगा पीड़ित को हर संभव मदद की जा रही है।

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