हरदोई 4 सितंबर- जिला कांग्रेस कमेटी हरदोई के कार्यवाहक अध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के नेतृत्व में जनपद हरदोई में आशा एसोसिएशन संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष विपिन श्रीवास्तव एवं 1000 से अधिक आशा बहुओं पर दर्ज किए मुकदमों को वापस लेने एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार व शोषण के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग को लेकर कांग्रेसजनों में सैकड़ों आशा बहुओं के साथ जमकर विरोध प्रदर्शन किया।मालूम हो कि दिनांक 23 अगस्त 2018 को आशा स्थापना दिवस के सम्मेलन में भाजपा सांसद सदर एवं जिला पंचायत अध्यक्ष की मौजूदगी में आशा बहुओं द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरदोई द्वारा किए जा रहे व्यापक भ्रष्टाचार एवं शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरदोई द्वारा तानाशाही और दमनकारी नीति अपनाते हुए आशा एसोसिएशन संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सम्मेलन में शामिल 1000 से अधिक आशा बहुओं पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया था। जिसके विरुद्ध जिला कांग्रेस कमेटी हरदोई ने महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश को ज्ञापन प्रेषित करते हुए मांग की है कि आशा एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं 1000 से अधिक आशा बहुओं पर दर्ज की गई प्राथमिक रिपोर्ट वापस ली जाए एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरदोई के तानाशाही रवैया का संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की जाए।प्रदर्शन/ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदय को अवगत कराया गया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरदोई के संरक्षण में लगातार शासनादेशों का अतिक्रमण करके नियम कानूनों को दरकिनार कर आशा बहुओं एवं प्रदेश उपाध्यक्ष का शोषण किया जा रहा है जिसको बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।प्रदर्शन/ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि आशा बहू व सँगनियों को दिए गए रिचार्जेबल टॉर्च के मद में भारत सरकार द्वारा दी गई लाखों रुपए की धनराशि में गम्भीर वित्तीय धन गबन किया गया है और फर्जी बिल वाउचर बनाए गए हैं।जिसकी जांच किया जाना अनिवार्य है।आशा बहुओं का हर माह का भुगतान 5 तारीख तक करने को भारत सरकार ने दिशा निर्देश दिए हैं फिर भी पिछले चार महीनों का आशा बहुओं को कोई भुगतान नहीं दिया गया है।भुगतान मांगने पर कार्यालय के बाबू द्वारा सुविधा शुल्क की मांग की जाती है।आशा पेमेंट वाउचर रजिस्टर एंड स्टेशनरी की खरीद में भारत सरकार द्वारा धनराशि दी गई थी इसके वितरण में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं की गई हैं। जिनकी जांच कर कार्यवाही की जाए।आशा बहुओं को दी जानेवाली ड्रग्स किट की खरीद एवं वितरण में वित्तीय धनराशि में गबन करके भारत सरकार को फर्जी रिपोर्ट देकर पैसे को डकार लिया गया है।शासनादेश का अतिक्रमण करते हुए तानाशाहीपूर्ण रवैया के चलते हुए आशा संगिनी के चयन में शिक्षा/कार्य दक्षता में सीनियर के स्थान पर जूनियर आशा बहू का चयन किया गया है ।साक्षात्कार के चयन में अनियमितता की गई है।शासन के पत्रांक संख्या प्रमुख सचिव प्रशांत द्वारा आशाओं को 35,500 रुपए का भुगतान अभी तक लंबित है। आशाओं द्वारा लाई गई प्रसूताओं के साथ स्टाफ द्वारा अवैध तरीके से सुविधा शुल्क वसूला जाता है। सुविधा शुल्क ना देने पर दलालों के माध्यम से अपने चहेते प्राइवेट अस्पतालों में कमीशन के लालच में मरीज रेफर कर दिए जाते हैं। बच्चों के टीकाकरण में आशा बहुओं से 100 से ₹150 खुलेआम वसूले जा रहे हैं। डीएनसी पर 1000 से लेकर 1500 तक रुपए अवैध तरीके से वसूले जाते हैं।जन्म प्रमाण पत्र बनवाने पर बाबू द्वारा 200 से ₹300 अवैध तरीके से वसूले जाते हैं।रोगी कल्याण समितियों में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।दवाइयों की खरीद एवं सप्लाई में भी फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।जिसकी जांच करने पर बड़े वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश होगा ।यदि आशा बहुओं पर दर्ज एफआईआर वापस नहीं ली गई तो कांग्रेस पार्टी आर-पार की लड़ाई लड़ेगी और जेल भरो आंदोलन छेड़ा जाएगा।एक भी आशा बहू की गिरफ्तारी सरकार और शासन को बहुत भारी पड़ेगी ।इन मांग को लेकर कांग्रेस ने अपना विरोध
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Tuesday, 4 September 2018
एक भी आशा बहू की गिरफ्तारी भाजपा सरकार और जिला प्रशासन को पड़ेगी भारी-आशीष सिंह
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