Published at :3rd September, 2018, 6:07 PM
बिहार के सभी थाने को जल्द मिलेगी ,दो-दो गाड़ियां – एडीजी
>> अवधिपूर्ण वाहनों को कबाड़ी के हाथों होंगे निलाम
>> वाहनों की कमी के कारण पुलिस को उठानी पड़ती है जिल्लत और गलत कदम
>> आवंटित इंधन दस दिन में ही हो जाते है खत्म ,बीस दिनों के गस्ती के लिए करनी पड़ती है चोरी
रवीश कुमार मणि
पटना ( अ सं ) । सूबे के कई थाने बिना गाड़ी की हैं । अपराधियों को पकड़ने एवं गस्ती के लिए अब दूसरे का हथजोड़ी नहीं करना पड़ेगा । जल्द ही सभी थाने को दो-दो गाड़ियां मिलेगी । इसका संकेत ,पुलिस मुख्यालय के एडीजी एस के सिंघल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया हैं ।
थाने में गाड़ी की कमी और कहीं -कहीं तो गाड़ी नहीं होने के कारण पुलिस पदाधिकारियों को पूंजीपतियों के आसरे रहना पड़ता था, हथजोड़ी करनी पड़ती थीं । या कहें तो इनके रहमो-करम भी थाना चलती थीं । गाड़ी की कमी पुलिस को इतना कमजोर बना देती थी की गलत कार्य, जैसा न चाहते हुये भी घूसखोरी करना पड़ता था ,भ्रष्टाचार के दलदल में चलना पड़ता था। जिस थाने में गाड़ी हैं वहां के पुलिस पदाधिकारी को गाड़ी में इंधन भराने के लिए चोरी करना पड़ता हैं । इससे बिहार का शायद की कोई थाना वंचित रहता हैं । मजबूरन, चोरी और गलत कार्यों के अलावा और कोई दूसरा चारा नहीं होता । इस कार्य से सभी पुलिस पदाधिकारियों को शर्मसार होना पड़ता हैं ।
इस गंभीर सवाल पर पुलिस मुख्यालय के एडीजी एस के सिंघल ने कहां की जल्द ही सूबे के सभी थाने को दो-दो गाड़ियां दी जाएगी । प्रक्रिया पुरी हो चुकी ,कुछ तकनीकी कारणें है जिसे दूर किया जा रहा हैं ।वाहनों की खरीद प्रक्रिया को जल्द अपनाते हुये गाड़ियां खरीद की जाएगी । आवंटित इधन की मात्रा को भी बढ़ाया जाएगा । जो पुराने गाड़ियां है उन्हें कबाड़ के हाथों निलाम किया जाएगा ।चुकी गाड़ियों का समय अवधि पूर्ण हो चुका हैं ।
बिहार के सभी थाने को जल्द मिलेगी ,दो-दो गाड़ियां – एडीजी
>> अवधिपूर्ण वाहनों को कबाड़ी के हाथों होंगे निलाम
>> वाहनों की कमी के कारण पुलिस को उठानी पड़ती है जिल्लत और गलत कदम
>> आवंटित इंधन दस दिन में ही हो जाते है खत्म ,बीस दिनों के गस्ती के लिए करनी पड़ती है चोरी
पटना ( अ सं ) । सूबे के कई थाने बिना गाड़ी की हैं । अपराधियों को पकड़ने एवं गस्ती के लिए अब दूसरे का हथजोड़ी नहीं करना पड़ेगा । जल्द ही सभी थाने को दो-दो गाड़ियां मिलेगी । इसका संकेत ,पुलिस मुख्यालय के एडीजी एस के सिंघल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया हैं ।
थाने में गाड़ी की कमी और कहीं -कहीं तो गाड़ी नहीं होने के कारण पुलिस पदाधिकारियों को पूंजीपतियों के आसरे रहना पड़ता था, हथजोड़ी करनी पड़ती थीं । या कहें तो इनके रहमो-करम भी थाना चलती थीं । गाड़ी की कमी पुलिस को इतना कमजोर बना देती थी की गलत कार्य, जैसा न चाहते हुये भी घूसखोरी करना पड़ता था ,भ्रष्टाचार के दलदल में चलना पड़ता था। जिस थाने में गाड़ी हैं वहां के पुलिस पदाधिकारी को गाड़ी में इंधन भराने के लिए चोरी करना पड़ता हैं । इससे बिहार का शायद की कोई थाना वंचित रहता हैं । मजबूरन, चोरी और गलत कार्यों के अलावा और कोई दूसरा चारा नहीं होता । इस कार्य से सभी पुलिस पदाधिकारियों को शर्मसार होना पड़ता हैं ।
इस गंभीर सवाल पर पुलिस मुख्यालय के एडीजी एस के सिंघल ने कहां की जल्द ही सूबे के सभी थाने को दो-दो गाड़ियां दी जाएगी । प्रक्रिया पुरी हो चुकी ,कुछ तकनीकी कारणें है जिसे दूर किया जा रहा हैं ।वाहनों की खरीद प्रक्रिया को जल्द अपनाते हुये गाड़ियां खरीद की जाएगी । आवंटित इधन की मात्रा को भी बढ़ाया जाएगा । जो पुराने गाड़ियां है उन्हें कबाड़ के हाथों निलाम किया जाएगा ।चुकी गाड़ियों का समय अवधि पूर्ण हो चुका हैं ।
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