फिरैती के लिए डाक्टर पुत्र और बैंक मैनेजर का हुआ था अपहरण ,नहीं देने पर हत्या
>> दोनों मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को कर लिया हैं गिरफ्तार
रवीश कुमार मणि
पटना ( अ सं ) । फिरौती के लिए अपहरण और फिर दोनों की हत्या मामले को जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां ने गंभीरता से लिया हैं । आईजी ने पटना के एसएसपी और नालंदा के एसपी को निर्देश दिया हैं की गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ जल्द से जल्द स्पीड ट्रायल चलाकर अपराधियों को सजा दिलाएं। दोनों मामले में पुलिस ने सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी हैं ।
डाक्टर पुत्र मामले में 50 लाख की फिरौती
राजधानी पटना के रूपसपुर में दिनदहाड़े डाक्टर के 15 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार का अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ताओं ने 50 लाख की फिरौती की मांग किया था। मामला पुलिस के पास पहुंचते ही अपराधियों ने सत्यम को चाकू से काटकर हत्या कर साश झाड़ी में फेंक दिया था। आईजी ने एसआईटी गठित किया । पुलिस ने महज 12 घंटे के अंदर घटना में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया । गिरफ्तार अपराधियों में नीरज कुमार ,प्रमोद कुमार और चकिया को जेल भेज दिया गया । जांच में प्रेम प्रसंग का भी मामला सामने आया था।
अपहृत मैनेजर का झारखंड के कोडरमा में मिला लाश
मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के मैनेजर जय वर्धन को अपराधियों ने बिहारशरीफ से राजगीर वाले रास्ते में अपहरण कर लिया । फिरौती के रूप में मोटी रकम की मांग किया गया । राजगीर थाने नें अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था। घटना में शामिल अपराधियों में पुलिस टीम ने छापेमारी करते हुये चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया ।वहीं सात दिनों बाद पुलिस ने झारखंड के कोडरमा में अपहृत बैंक मैनेजर जयवर्धन की लाश बरामद किया ।
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