सुरक्षित समाज के लिए हो पुलिसिंग, मुहैया होगा संसाध मुख्यमंत्री के दिये गये निर्देशों का डीजीपी ने किया समीक्षा
>> पुलिस अधिकारियों एवं पदाधिकारियों पर लगे आरोपों का जल्द करें निष्पादन
रवीश कुमार मणि
पटना ( अ सं ) । सुरक्षा -व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीजीपी सहित वरीय पुलिस अधिकारियों को कई दिशा -निर्देश जारी किया था। एक माह होने को था, इसको लेकर डीजीपी के एस द्विवेदी ने गुरुवार को सभी जोन के आईजी के साथ समीक्षा बैठक किया । डीजीपी ने कहां की पुलिस की प्रथम, प्राथमिकता सुरक्षित समाज की हैं । इसके लिए सभी थाने को हर तरह का संसाधन मुहैया कराया जाएगा । दशहरा ,दीपावली और छठ पूजा के सुरक्षा -व्यवस्था का जायजा लिया । पुलिस अधिकारियों एवं पदाधिकारियों पर जो आरोप लगे हैं उसे जल्द निष्पादन करने का निर्देश दिया हैं ।
सीएम ने लिया था पुलिस विभाग का क्लास
सूबे में बड़ी बैंक लूट, कई हाई प्रोफाइल मर्डर ,अपहरण ,पुलिस की करतूत, सुरक्षा -व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चिंता जाहिर किया था। मुख्य सचिव ,गृह सचिव ,डीजीपी एवं वरीय पुलिस पदाधिकारियों को लेकर हाई लेवल की मीटिंग हुई थीं । सीएम ने कई दिशा निर्देश दिया था और स्पष्ट कहां था की गिरती सुरक्षा -व्यवस्था नहीं चलने वाली ।अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल की कार्रवाई तेज किया जाएं । भ्रष्टाचार नहीं चलने वाला हैं । अशांति तो कतई नहीं ।
पुलिस थाने को जल्द गाड़ी
बिहार के कई थाने ऐसे हैं जिसके पास अपना कोई गाड़ी नहीं हैं । भाड़े की गाड़ी या समाजिक व्यवस्था से गस्ती होती हैं । इसको लेकर डीजीपी के एस द्विवेदी ने सभी जोन के आईजी को जल्द से जल्द गाड़ी खरीद की प्रक्रिया अपनाने को कहां हैं । डीजीपी ने कहां है की जब हम पुलिस को संसाधन मुहैया कराएंगे तो ही सही काम भी लेने की अपेक्षा रखेंगे । सरकार की ओर से बजट की कोई कमी नहीं हैं । एक माह के अंदर सभी थाने को अपना गाड़ी मुहैया करा दिया जाएं ।
भ्रष्टाचार के आरोप का हो जल्द निष्पादन
लम्बे समय से पुलिस अधिकारियों एवं पदाधिकारियों का प्रोसिंडिंग लंबित पड़ा हैं । डीजीपी के एस द्विवेदी ने सभी जोनल आईजी को जल्द से जल्द मामले का निष्पादन कर रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजने का आदेश दिया हैं । जो मामले पुलिस मुख्यालय में लंबित हैं उसपर जल्द कार्रवाई करने को डीजीपी ने कहां हैं । डीजीपी के अनुसार पुलिस पर भ्रष्टाचार और अनुशासन हिनता का लगा आरोप गंभीर होता है। इससे समाज में पुलिस की छवि खराब होती हैं और लोगों का कानून पर से आस्था ,खत्म होने के समान होता हैं । इसलिए जो भी पुलिस अधिकारी और पुलिस पदाधिकारी ,दोषी है उनके खिलाफ और जल्द कार्रवाई होनी चाहिए ।
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