नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बुधवार को फसल वर्ष 2018-19 (जुलाई-जून) के लिए अधिसूचित रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा की। गेहूं, चना, सरसों समेत अधिसूचित छह रबी फसलों की एमएसपी में वृद्धि की गई है। सरकार ने गेहूं की एमएसपी पिछले साल के मुकाबले 105 रुपये बढ़ाकर 1,840 रुपये प्रति कुंटल कर दी है। वहीं, रबी सीजन की प्रमुख दलहन फसल चना के लिए एमएसपी 4,400 रुपये से बढ़ाकर 4,620 रुपये प्रति कुंटल कर दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने 2018-19 सीजन की एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी प्रदान की।
इन फसलों का विपणन 2019-20 सीजन में होगा। इस किसान अनुकूल पहल से किसानों को 62,635 करोड़ रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। इस पहल के तहत अधिसूचित फसलों की एमएसपी बढ़ाते हुए उत्पादन लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत लाभ सुनिश्चित किया गया है और इससे किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।
गेहूं की एमएसपी में प्रति कुंटल 105 रुपये, कुसुम की एमएसपी में प्रति कुंटल 845 रुपये, जौ की एमएसपी में प्रति कुंटल 30 रुपये, मसूर की एमएसपी में प्रति कुंटल 225 रुपये, चने की एमएसपी में प्रति कुंटल 220 रुपये तथा रेपसीड एवं सरसों की एमएसपी में प्रति कुंटल 200 रुपये की वृद्धि की गई है।
मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी मीडिया को देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि गेहूं की उत्पादन लागत 866 रुपये प्रति कुंटल और एमएसपी 1840 रुपये प्रति कुंटल है, जो उत्पादन लागत की तुलना में 112.5 प्रतिशत का लाभ देती है।
उन्होंने कहा कि जौ की उत्पादन लागत 860 रुपये प्रति कुंटल और एमएसपी 1440 रुपये प्रति कुंटल है, जो 67.4 प्रतिशत का लाभ देती है।
इसी प्रकार चने की उत्पादन लागत 2637 रुपये प्रति कुंटल और एमएसपी 4620 रुपये प्रति कुंटल है, जो 75.2 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित करती है।
मसूर की उत्पादन लागत 2532 रुपये प्रति कुंटल और एमएसपी 4475 रुपये प्रति कुंटल है, जो 76.7 प्रतिशत का लाभ देती है।
रेपसीड एवं सरसों की उत्पादन लागत 2212 रुपये प्रति कुंटल और एमएसपी 4200 रुपये प्रति कुंटल है, जो 89.9 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित करती है।
कुसुम की उत्पादन लागत 3294 रुपये प्रति कुंटल और एमएसपी 4945 रुपये प्रति कुंटल है, जो 50.1 प्रतिशत का लाभ देती है।
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