पाली।हरदोई-अंग्रेजी हुकूमत के समय खेती सिंचाई के प्रयोजन हेतु बनाई गयी बरवन रजबहा नहर,पछोहा क्षेत्र समेत समूचे विधान सभा सवायजपुर के अन्नदाताओ के लिए प्राण दायिनी साबित हुआ करती थी, लेकिन शासन प्रशासन की लगातार अनदेखी और किसानों के दुर्भाग्य से दशकों से सूखी और प्यासी पड़ी नहर ने प्राइवेट नलकूपो और पंम्पिगंसेटो के मंहगे पानी ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है।शारदा नहर खंड से पड़ोसी जनपद शाहजहाँपुर से विकास खण्ड भरखनी में प्रवेश होकर हरपालपुर क्षेत्र मे समाप्त होने वाली बरवन रजबहा नहर से अनंगपुर, भरखनी,अनुआ नयीबस्ती, बाबरपुर,रतनापुर, सहजनपुर,बसेलिया, भैलामऊ,बडौरा सहित सैकड़ों गांवों की हजारो हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होती थी। सुगमता से पानी की उपलब्धता को देखते हुए लोगों द्वारा आम और अमरुद की बागवानी भी की जाती थी। नहर के किनारो पर हरियाली की एक सुंदर छटा देखने को मिलती थी। जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ ही अन्नदाताओ को बागवानी से अच्छी आमदनी भी हो जाती थी, लेकिन दशकों से नहर में पानी न आने व कम बारिश की वजह से लगातार गिर रहे भूमिगत जल स्तर से बाग सूखने लगे और क्षेत्र से हरियाली मिटती चली गयी। ऐसा नही है कि किसानों ने नहर पानी के लिए प्रयास नही किया। सैकड़ों बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनीधियो की चौखट पर दस्तक देने के बावजूद उनको हाथ मे सिर्फ आश्वासन रुपी लाली पाप ही थमाया गया।इस बीच कई पार्टियों की सरकारे आयी गयी लेकिन अभी तक किसी भी जनप्रतिनीधि ने किसानो की इस ज्वलंत समस्या को उठाना तो दूर, शासनिक पटल तक पहुंचाने की जहमत नही उठाई, जिससे क्षेत्रीय किसानों मे भारी आक्रोश पन रहा है। अनंगपुर निवासी राजीव सिंह, मुन्ना सिंह ,जाग्रत समाज सेवा संस्थान के अध्यक्ष राजेश मिश्र, संजय मिश्र, प्रदीप मिश्र आदि का कहना है कि समय रहते अगर जिम्मेदारो द्वारा ध्यान न दिया गया तो अब सिर्फ़ कोर्ट का ही रास्ता बचा है। हम लोग इस जनसरोकार की समस्या हेतु कोर्ट का दरवाजा खटकायेगे।
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Thursday, 20 December 2018
सूखी शारदा नहर,बंद पड़े नलकूप किसानों के लिए परेशानी का सबब
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